कोहिमा: भाजपा ने आज कहा कि वह नगालैंड में अपने चुनाव पूर्व गठबंधन सहयोगी एनडीपीपी के साथ मिलकर सरकार बनाएगी। पार्टी ने नगा पीपुल्स फ्रंट (NPF) के साथ 15 वर्ष पुराने गठबंधन को आगे बढ़ाने से भी इंकार किया।
एनडीपीपी के वरिष्ठ नेता नेफ्यू रियो से यहां मुलाकात करने के बाद भाजपा नेता और असम के वित्त मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी का एनपीएफ से अब गठबंधन नहीं है जो वर्ष 2008 तक राज्य में सत्ता में रही थी।
सरमा ने कहा, ‘‘हम नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ जाएंगे।’’ उन्होंने निवर्तमान मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग को सलाह दी कि ‘‘लोकतांत्रिक मानकों का सम्मान करते हुए इस्तीफा दे दें।’’ सरमा के बयान पर टिप्पणी करते हुए एनपीएफ ने कहा कि यह भाजपा का ‘‘एकतरफा निर्णय’’ है।
60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 12 सीटें मिलीं जबकि इसकी सहयोगी एनडीपीपी को 17 सीटें मिलीं। 27 सीटों के साथ एनपीएफ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। दो सीटों पर नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने जीत दर्ज की है जबकि एक-एक सीट जेडीयू और निर्दलीय के खाते में गई है।
एनपीएफ के प्रवक्ता अचुमबेमो किकॉन ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय पार्टी होने के नाते अगर भाजपा एनपीएफ के साथ गठबंधन में स्थिर सरकार देने की संभावना पर विचार नहीं करती है तो यह उन पर निर्भर करता है।’’
बहरहाल सरमा ने कहा, ‘‘हम अब एनपीएफ के साथ गठबंधन नहीं कर सकते क्योंकि हमने एनडीपीपी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन कर विधानसभा चुनाव में लोगों से वोट मांगे थे।’’