नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विपरीत विचारधाराओं के बावजूद आपसी विश्वास लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत है। राजस्थान के बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिलों में चार नए चिकित्सा महाविद्यालयों की आधारशिला और पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राज्य के विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं की मांग के जवाब में प्रधानमंत्री ने यह बात कही। साथ ही मोदी ने उनपर विश्वास जताने के लिए मुख्यमंत्री का शुक्रिया भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘अभी जब मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी को सुन रहा था। तो उन्होंने एक लंबी सूची कामों की बता दी। मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं कि उनका मुझपर इतना भरोसा है। लोकतंत्र में यही बहुत बड़ी ताकत है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि गहलोत की राजनीतिक विचारधारा और पार्टी अलग है लेकिन इसके बावजूद उन्हे मुझपर भरोसा है और उसी के कारण आज उन्होनें दिल खोलकर के बहुत सी बातें रखी हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ये दोस्ती, ये विश्वास, ये भरोसा, ये लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत है।’’ इससे पहले अपने संबोधन में गहलोत ने प्रधानमंत्री के समक्ष राज्य के विकास से जुड़ी कई परियोजनाओं की शुरुआत करने की मांग की। उन्होंने बताया कि राजस्थान ऐसा राज्य बनेगा, जहां 33 जिलों में 30 चिकित्सा महाविद्यालय बनने जा रहे हैं। इनमें से 15 अस्पतालों का संचालन शुरू हो गया है जबकि 15 चिकित्सा महाविद्यालय 2023 तक आरंभ हो जाएंगे। इनमें से चार चिकित्सा महाविद्यालयों का शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को किया।
गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी से राज्य के अति पिछड़े तीन जिलों जालोर, प्रतापगढ़ एवं राजसमंद में भी चिकित्सा महाविद्यालय मंजूर करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे राजस्थान के हर जिले में चिकित्सा महाविद्यालय खुलने का इतिहास बनेगा। उन्होंने केंद्र व राज्य के संयुक्त उपक्रम वाली दवा निर्माता कंपनी आरडीपीएल को भी पुनर्जीवित करने की मांग की।