नई दिल्ली: मुस्लिमों की ओर से अयोध्या में राम मंदिर के सबसे बड़े पैरोकार वसीम रिजवी की एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रिजवी ने कहा कि हिन्दुस्तान में जो भी राम मंदिर के विरोधी हैं, अयोध्या में मस्जिद बनवाने की पैरवी करते हैं वो कट्टरपंथी हैं और ऐसे लोगों की जगह हिन्दुस्तान में नहीं बल्कि पाकिस्तान में है। वसीम रिजवी कल अयोध्या में थे और उन्होंने रामलला का दर्शन किया, साधु-संतों का आशीर्वाद लिया।
पूजा-पाठ के बाद बाहर आकर रिजवी ने कहा कि कट्टरपंथियों ने राम मंदिर के मामले को अबतक उलझा कर रखा है लेकिन अब उन्हें लगता है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जल्द ही मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। राम मंदिर मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई 8 फरवरी से शुरू हो वाली है। शिया बोर्ड ने पहले ही राम मंदिर के पक्ष में हलफनामा देकर अपना रुख साफ कर दिया है।
वसीम रिजवी का दावा है कि जहां तक मुस्लिम पक्षकारों का सवाल है तो वो केवल शिया वक्फ बोर्ड ही है। ऐसे में फैसला राममंदिर के पक्ष में ही आएगा। ऐसा नहीं है कि वसीम रिजवी ने पहली बार विवादित बयान दिया हो। इससे पहले भी उन्होंने मदरसों पर आतंकवाद का आरोप लगाकर उन्हें बंद करने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गुजारिश की थी और उसपर जमकर सियासी वार-पलटवार हुआ था लेकिन इस बार जिस तरह से उन्होंने राम मंदिर के विरोधियों को जवाब दिया है उसपर नया विवाद होना तय है।