नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में सांप्रदायिकता के नाम पर अजीब सा माहौल पैदा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आतंकी ओसामा के मरने पर सोनिया गांधी रात भर रोईं थीं, उन्हें नींद भी नहीं आई थी।
केंद्रीय मंत्री ने यह बयान सीपीआई नेता वृंदा करात के ट्वीट के बाद दिया। दरअसल, करात की ओर से कहा गया था कि अगर बीजेपी बिहार में हारती है तो पाकिस्तान ही नहीं पूरे भारत में जश्ना मनाया जाएगा। नकवी ने यह बातें शनिवार को कानपुर में मीडिया से बातचीत में कहीं।
नकवी ने कहा कि बटला हाउस की एक आतंकवादी घटना हुई थी। उसके बाद एक कांग्रेस के नेता ने बयान दिया कि सोनिया गांधी रातभर सो नहीं पाईं और रोती रहीं।
नकवी ने आगे कहा कि सोनिया गांधी जी से लेकर कुछ साहित्यकारों का एक ही एजेंडा है कि पीएम मोदी की सरकार को बदनाम करो। ये ऎसी ताकतें हैं जो 15 महीने से इंतजार कर रही हैं कि सरकार को बदनाम करो। नकवी ने पूछा कि घृणा का माहौल कौन फैला रहा है? मैं सोनिया जी को कहूंगा, आप फैला रही हैं घृणा का माहौल।
दरअसल, यह पूरा मामला बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान से शुरू हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर बिहार में बीजेपी की हार हुई तो पाकिस्तान में पटाखे फोड़े जाएंगे। शाह के इसी बयान पर तंज कसते हुए वृंदा करात ने ट्वीट किया था।
नकवी ने क हा कि अगर बिहार में शाह बोलते हैं तो लोग कहते हैं कि धर्मनिरपेक्षता पर खतरा है। ऎसे लोगों को तो पता ही नहीं होगा कि ओसामा के मरने पर सोनिया गांधी को कितना दुख हुआ था, वो तो रात भर सो भी नहीं पाईं थीं। आज एनडीए सरकार को बने 17 महीने बीत चुके हैं। विरोधियों को कोई हथियार नहीं मिला तो वह अब क हने लगे हैं कि हिंदुस्तासन की स्थिति पाकिस्तान की तरह हो गई है। देश में भय का माहौल है। शायद लोग यह भूल गए हैं कि कांग्रेस के समय में कितने दंगे होते थे।
वहीं कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने नकवी के बयान की आलोचना की और इसे घटिया बयान बताया। उन्होंने कहा कि मुख्तार अब्बास नकवी का बयान बहुत घटिया है। सोनिया जी का ओसामा से क्या लेना देना है? ऎसी घटिया बात की उम्मीद नकवी जैसे नेता से ही की जा सकती।