नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र में बुधवार को किसानों, दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों ने दोनों ही सदनों में जमकर हंगामा किया। हंगामे के बीच राज्यसभा में सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने सांसदों की वेतन बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारी सैलरी हमारे सचिव से भी कम है और सांसदों को सातवें वेतन आयोग के साथ जोड़ दीजिए। वहीं कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि हिंदुस्तान में सांसदों को जितना अपमानित किया जाता है, उतना कहीं नहीं किया जाता क्योंकि यहां लोग कहते हैं कि हम अपनी सैलरी खुद बढ़ाते हैं। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
कांग्रेस और जेडीयू के नेताओं ने किसानों के मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया। नेताओं ने किसानों की आत्महत्या, न्यूनतम समर्थन मूल्य और मंदसौर में हुई घटना को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। जेडीयू नेता शरद यादव ने दाल बाहर से आयात करने का मामला उठाते हुए केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना की। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 150 से ज्यादा किसान संगठन जंतर-मंतर पर बैठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों की समस्या देशव्यापी है, लेकिन सरकार मौन है।
दिग्विजय ने कहा कि किसानों को कीमत के बजाए गोलियां दी जा रही हैं। इंपोर्ट ड्यूटी भ्रष्टाचार का माध्यम बन गया है। उन्होंने रूल 267 के तहत किसानों के मुद्दे पर डिस्कशन की मांग की जिसे उप सभापति ने मान लिया। जेडीयू नेता अली अनवर ने दलितों पर अत्याचार का मामला भी उठाया। बता दें कि कांग्रेस ने दलितों के मुद्दे पर बुधवार को चर्चा के लिए नोटिस भी दे रखा है।
ये भी पढ़ें: अगर सांप काटे तो क्या करें-क्या न करें, इन बातों का रखें ध्यान...
इस राजा की थी 365 रानियां, उनके खास महल में केवल निर्वस्त्र हीं कर सकते थे एंट्री