नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को लोक सेवकों (सिविल सर्वेट) को शासन व्यवस्था में सुधार लाने के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने और नए भारत की दिशा में खुद समर्पित करने को कहा। मोदी 'सिविल सर्विस डे' पर लोकसेवकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जनभागीदारी की आवश्यकता पर बल दिया और लोकसेवकों को शासन-व्यवस्था में सुधार लाने के लिए नवाचार व प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की नसीहत दी। मोदी ने कहा, "वर्ष 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ हमारे लिए स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के भारत को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करने के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा हो सकती है।"
उन्होंने कहा कि शासन-प्रणाली में सुधार के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी समेत सभी उपलब्ध प्रौद्योगिकी का अवश्य इस्तेमाल होना चाहिए। लोकसेवकों को बेहतर काबिल व सामथ्र्यवान बताते हुए मोदी ने कहा कि लोकसेवकों के लिए दुनियाभर में उभरती प्रौद्योगिकी के साथ रफ्तार बनाए रखना बेहद अहम है।
उन्होंने कहा कि कोई बेकार नहीं है। उपलब्धि हासिल करने वालों की चर्चा बहुत होती है, लेकिन वह अंतिम पंक्ति के 25 निष्पादकों के बारे में सुनना चाहेंगे। मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों से उनकी बातों को सुनने और उनकी समस्या को जानने और उनके दिलों की ऊर्जा को जाग्रत करने और उनको प्रोत्साहित कर दौड़ में शामिल करने की अपील की।आकांक्षी जिलों के बारे में मोदी ने कहा कि ये 115 जिले संबंधित राज्यों के लिए विकास के इंजन बन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को कार्यक्रमों, नियमों और व्यवस्थाओं से संबंधित फैसलों के केंद्र में रखने से उनके जीवन में बदलाव आएगा। मोदी ने कहा कि फिसड्डी लोकसेवक या जिले भी प्रेरणा पाकर राष्ट्र निर्माण में बेहतर योगदान कर सकते हैं।
लोक प्रशासन के क्षेत्र में विशिष्टता का पुरस्कार प्रदान करते हुए उन्होंने कहा कि यह सराहना, मूल्यांकन व आत्मावलोकन का अवसर है। विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में मोदी ने कहा, "लोकसेवकों की अभिप्रेरणा के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार है।" टेलीविजन और वेब के माध्यम से सीधा प्रसारण किए गए कार्यक्रम को देशभर के लोकसेवकों ने देखा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और डिजिटल भुगतान जैसे कार्यक्रमों को वरीयता देने के लिए यह पुरस्कार दिया गया। मोदी ने कहा कि इन कार्यक्रमों से देश में बदलाव आएगा और नए भारत का लक्ष्य हासिल होगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री पुरस्कार 'न्यू पाथवेज' और 'एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स : अनलॉकिंग पोटेंशियल' का विमोचन किया गया।