श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने बालाकोट हवाई हमले और भारतीय वायुसेना एवं पाकिस्तानी वायुसेना के बीच हवाई संघर्ष में पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराने के बारे में देश से झूठ बोला। श्रीनगर निर्वाचन सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ने हवाई हमला किया क्योंकि प्रधानमंत्री पिछले आम चुनावों के दौरान किए अपने वादों को पूरा करने में ‘‘नाकाम’’रहे।
अब्दुल्ला ने यहां फकीर गुजरी इलाके में शुक्रवार को एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘उन्होंने (मोदी ने) वादा किया था कि आपके खातों में 15-15 लाख रुपए डाले जाएंगे। क्या आपको वे रुपए मिले? वे इन सब चीजों को करने में नाकाम रहे। पिछले कुछ दिनों में संसद में मैंने देखा कि उनका मुंह लटका रहता था क्योंकि उन्हें एहसास हो गया था कि उनकी सत्ता जाने वाली है।
उन्होंने कहा, ‘‘उस समय कुछ सांसद कहते थे कि वह कुछ करेंगे...पाकिस्तान पर हमला करेंगे ताकि सब को यह लगे कि हनुमान जी आ गए हैं। उन्होंने क्या किया? उन्होंने कुछ सेकेंड के लिए सीमा पर बालाकोट में तीन विमान भेजे और वहां बम गिराए।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने दावा किया कि कई आतंकवादी मारे गए लेकिन कोई स्पष्टता नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने कहा कि 500 मारे गए और कुछ अन्य ने तो यहां तक कहा कि 700 मारे गए। यदि एक व्यक्ति मारा जाता है, तो पूरी दुनिया को पता चल जाता है। यदि 300 आतंकवादी मारे गए होते तो क्या किसी को पता नहीं होता?’’ एक अमेरिकी पत्रिका में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका की गिनती दावा करती है कि भारतीय वायु सेना के मिग-21 बाइसेन ने किसी एफ-16 को नहीं गिराया। अब्दुल्ला ने इस रिपोर्ट का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री से पूछा कि वह देश के लोगों से ‘‘झूठ’’ क्यों बोल रहे हैं?
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (मोदी ने) कहा कि हमने उनका (पाकिस्तान) लड़ाकू विमान एफ-16 मार गिराया। अब अमेरिका ने कहा कि सभी पाकिस्तानी एफ-16 विमानों की गिनती की गई है। किसी को गिराया नहीं गया है। मोदी जी, झूठ का भी कोई आधार होना चाहिए। लोगों से आप कब तक झूठ बोलेंगे। और क्या आप (युद्ध) जीते? आप झूठ क्यों बोल रहे हैं? क्या आपको लगता है कि क्या हिंदू इस पर भरोसा कर लेंगे?’’
अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई कि भाजपा सत्ता में नहीं लौटेगी। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार सत्ता में आएगी, ‘‘वह निश्चित ही पाकिस्तान से बात करेगी और जम्मू-कश्मीर प्राथमिकता होगी’’। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस तरह अब और नहीं रह सकते... ये मौतें रोजाना होती हैं।’’ जम्मू-कश्मीर राजमार्ग पर हर सप्ताह दो दिन सार्वजनिक यातायात प्रतिबंधित करने के सरकार के फैसले के बारे में अब्दुल्ला ने कहा कि सड़क करगिल युद्ध के दौरान भी बंद नहीं हुई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हम क्या आज युद्ध की स्थिति में हैं, जो सरकार ने सप्ताह में दो दिन राजमार्ग बंद कर दिया है? क्या हम गुलाम हैं? क्या जम्मू-कश्मीर कोई उपनिवेश है? हम कभी गुलाम नहीं थे और न कभी होंगे? हमने 1947 में राजाओं को अलविदा कह दिया था। हमें डराओ मत, आप हमारे भगवान नहीं हैं।’’