नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनके निधन से भारतीय राजनीति में एक शून्य पैदा हो गया है और उनकी कमी भारतीय राजनीति में सदैव खलेगी। पासवान का आज 74 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके बेटे चिराग पासवान ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी।
शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय राजनीति व केंद्रीय मंत्रिमंडल में उनकी कमी सदैव बनी रहेगी और मोदी सरकार उनके गरीब कल्याण व बिहार के विकास के स्वप्न को पूर्ण करने के लिए कटिबद्ध रहेगी।’’ उन्होंने कहा कि सदैव गरीब और वंचित वर्ग के कल्याण व अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले पासवान के निधन से मन अत्यंत व्यथित है।
उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा राष्ट्रहित और जनकल्याण को सर्वोपरि रखा। शाह ने कहा, ‘‘उनके स्वर्गवास से भारतीय राजनीति में एक शून्य उत्पन्न हो गया है।’’ उन्होंने कहा कि चाहे 1975 के आपातकाल के विरुद्ध संघर्ष करना हो या मोदी सरकार में कोरोना महामारी में गरीब कल्याण के मंत्र को सार्थक करना हो, राम विलास पासवान ने इन सभी में अद्वितीय भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा, ‘‘कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहते हुए, पासवान जी अपने सरल व सौम्य व्यक्तित्व से सबके प्रिय रहे। मैं उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति।’’
पासवान पांच दशक से अधिक समय से सक्रिय राजनीति में थे और देश के जाने-माने दलित नेताओं में से एक थे। पासवान उपभोक्ता, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मामलों के मंत्री थे।