कोलकाता: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए उन्हें ‘एक सफेद घोड़े पर हाथ में तलवार लेकर बैठा हीरो’ करार दिया। गत रविवार को थरूर ने बेंगलुरु साहित्य महोत्सव में दावा किया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक नेता ने मोदी की तुलना ‘शिवलिंग पर बैठे बिच्छू’ से की थी। थरूर के इस बयान पर विवाद हो गया था। मोदी पर की गई थरूर की कथित ‘बिच्छू’ वाली टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ शनिवार को दिल्ली की एक अदालत में आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया गया।
थरूर ने एक बार फिर मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘एक सफेद घोड़े पर हाथ में तलवार लेकर बैठा हीरो’ करार दिया जो कहता है कि ‘मैं सारे जवाब जानता हूं।’ कांग्रेस सांसद ने एक औद्योगिक संस्था की ओर से आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘मोदी एक व्यक्ति की सरकार हैं और हर कोई उनके इशारे पर नाच रहा है।’ उन्होंने कहा कि भारत में अभी इतिहास का ‘सबसे केंद्रीकृत प्रधानमंत्री कार्यालय’ है। थरूर ने कहा, ‘हर फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय करता है। हर फाइल मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय भेजी जाती है।’
अगले लोकसभा चुनावों के मुद्दे पर थरूर ने कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों के बीच चुनाव से पहले और चुनाव के बाद गठबंधन होंगे, लेकिन ‘हो सकता है’ कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद का ‘चेहरा नहीं हों।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव अहम है, जिसमें भाजपा को दूसरा कार्यकाल नहीं मिलने वाला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाले गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला सामूहिक रूप से होगा और ‘हो सकता है कि वह (राहुल गांधी) नहीं हों।’
थरूर ने कहा, ‘भाजपा के मुकाबले कांग्रेस में बहुत वरिष्ठ नेता हैं। हमारे पास प्रणब मुखर्जी जैसे लोग थे। पी.चिदंबरम एवं अन्य हैं, जिनका ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है।’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के लिए राहुल गांधी नेता के तौर पर सर्वमान्य हैं और इस पर कोई सवाल नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यदि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच निष्पक्ष चुनाव हो तो राहुल गांधी स्पष्ट तौर पर जीतेंगे।’ मोदी सरकार की आलोचना जारी रखते हुए थरूर ने कहा कि एक अत्यंत-केंद्रीकृत और अक्षम सरकार देश चला रही है तथा भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ भी सकारात्मक नहीं है।
उन्होंने नोटबंदी, रुपये के कमजोर होने, सांप्रदायिकता, गोरक्षकों की हिंसा, भीड़ हत्या जैसी घटनाओं के लिए भी मोदी सरकार की आलोचना की। थरूर ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि मूर्तियां स्थापित करना और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मुद्दा उठाना केंद्र की मोदी सरकार की ‘नाकामियों’ से लोगों का ध्यान हटाने की चाल है। उन्होंने कहा, ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे ध्यान भटकाने वाले हैं। मैं भारत के लोगों से अपील करूंगा कि वे ध्यान भटकाने वाले मुद्दों से दूर रहें और भारतीयों की जिंदगी और वास्तविकताओं पर ध्यान दें। वास्तविकता यह है कि भारतीय आम आदमी पिछले साढ़े चार साल से परेशान है।’