कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को घोषित किया कि भारत उपग्रह-भेदी क्षमता हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी की इस घोषणा को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करार दिया है। बनर्जी ने ट्वीट किया, "आज की घोषणा प्रधानमंत्री मोदी द्वारा एक और असीमित ड्रामा और प्रचार है। वह चुनाव के वक्त राजनीतिक लाभ लेने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। यह आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है।"
घोषणा को चुनाव से पहले एक राजनीतिक स्टंट करार देते हुए उन्होंने लिखा, "एक सरकार, जिसका कार्यकाल समाप्त होने वाला है, उसे किसी मिशन के बारे में घोषणा करने की कोई जल्दी नहीं होनी चाहिए। यह भाजपा की डूबती नैया को बचाने के लिए ऑक्सीजन की तत्काल जरूरत जैसा प्रतीत होता है।" मुख्यमंत्री ने कहा कि वह निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराएंगी।
ममता बनर्जी के मुताबिक, वैज्ञानिक इसके श्रेय के हकदार हैं और हमेशा की तरह प्रधानमंत्री ने मिशन शक्ति की सफलता का श्रेय ले लिया। बनर्जी ने कहा, "शोध, अंतरिक्ष प्रबंधन और विकास निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। मोदी ने हर बार की तरह सभी चीजों का श्रेय ले लिया। श्रेय उनको दिया जाना चाहिए, जो उसके हकदार हैं हमारे वैज्ञानिक और शोधकर्ता।"
राष्ट्र के शानदार वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए उन्होंने लिखा, "भारत का मिशन कार्यक्रम कई-कई वर्षो से शानदार रहा है। हमें हमारे वैज्ञानिकों, डीआरडीओ इंडिया, अन्य शोध व अंतरिक्ष संगठनों पर हमेशा गर्व रहा है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि केवल अमेरिका, रूस और चीन के पास अभी तक यह तकनीक थी और भारत इस क्लब में शामिल होने वाला चौथा राष्ट्र है।