नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। ये मोदी कैबिनेट का तीसरा विस्तार होगा। कैबिनेट विस्तार से पहले कई मंत्री अपना इस्तीफा दे चुके हैं। कई मंत्रियों को पहली बार केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया जायेगा जबकि कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे। रविवार को सुबह 10 बजे मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल होगा। नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी जिसकी जानकारी राष्ट्रपति भवन को दी जा चुकी है। ये भी पढ़ें: बकरीद पर कुर्बानी के खिलाफ खड़ा हुआ मुस्लिम समाज, जानें क्या है पूरा मामला
कैबिनेट विस्तार में कई पुराने मंत्रियों की छुट्टी होगी तो कई मंत्रियों के विभाग बदले जाने की संभावना है जबकि कई नए चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट विस्तार में करीब एक दर्जन नए मंत्री शपथ ले सकते हैं।
भाजपा से भूपेंद्र यादव, विनय सहस्रबुद्धे, प्रह्रलाद पटेल, सुरेश अंगाड़ी, सत्यपाल सिंह, शोभा करांजे, महेश गिरी, हेमंत विश्वशर्मा, अनुराग ठाकुर और प्रह्लाद जोशी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है जबकि जेडीयू के 2 नेताओं - आरसीपी सिंह और संतोष कुमार - को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। वहीं AIADMK से थांबीदुरैई, पी वेणुगोपाल और वी मैत्रेयन भी मंत्री बनाए जा सकते हैं।
शुक्रवार देर शाम राजनाथ सिंह के घर हुई एक अहम मीटिंग में सुषमा स्वराज, अरुण जेटली और नितिन गडकरी शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक नितिन गडकरी रेल मंत्री नहीं बनना चाहते हैं। वो अपने सड़क परिवहन और शिपिंग मंत्रालय की जिम्मेदारी से ही खुश हैं। सियासी गलियारों में उनके रेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिए जाने की ख़बरें थीं।
इस कैबिनेट विस्तार में कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किए जाने की संभावना है तो कुछ मंत्रियों के प्रमोशन भी हो सकते हैं। रेल मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके सुरेश प्रभु को नई ज़िम्मेदारी दी जा सकती है। वहीं स्टील मिनिस्टर चौधरी बीरेंद्र सिंह का भी विभाग बदला जा सकता है। धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल और मनोज सिन्हा के बेहतरीन काम को देखते हुए उनका भी प्रोमोशन हो सकता है।
वहीं मोदी कैबिनेट में इस बड़े फेरबदल से पहले मंत्रियों के इस्तीफे की झड़ी भी लग गई है। राजीव प्रताप रूडी, संजीव बालियान, कलराज मिश्र, फग्गन सिंह कुलस्ते, महेंद्र नाथ पांडे और बंडारू दत्तात्रेय इस्तीफा दे चुके हैं। मई 2014 में नरेंद्र मोदी के शपथ लेने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल का ये तीसरा विस्तार है। मोदी सरकार में फिलहाल मंत्रियों की कुल संख्या 73 है और ज्यादा से ज्यादा 81 मंत्री बनाए जा सकते हैं।