नई दिल्ली। दिल्ली चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस के नेताओं में के बीच सार्वजनिक मंचों पर बहस होने लगी है। पहले दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्षा शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पर निशाना साधा और अब मुंबई के कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा ने दिल्ली के लिए कांग्रेस पार्टी के प्रभारी पी सी चाको के उस बयान को लेकर उनकी निंदा की है जिसमें चाको ने कहा था कि दिल्ली में कांग्रेस का खराब दौर 2013 में शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री रहते शुरू हो गया था।
पीसी चाको ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन पर कहा कि दिल्ली में कांग्रेस पार्टी का खराब दौर 2013 में शीला जी के मुख्यमंत्री रहते ही शुरू हो गया था, पी सी चाको ने कहा कि नए दल आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस का सारा वोट बैंक अपनी तरफ खींच लिया और कांग्रेस पार्टी उस वोट बैंक को वापस प्राप्त नहीं कर सकी और वह वोट बैंक अभी भी आम आदमी पार्टी के साथ ही है।
पी सी चाको के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए मिलिंद देवरा ने कहा कि शीला दीक्षित जी एक उल्लेखनीय राजनीतिज्ञ और प्रशासक थीं। मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, दिल्ली का कायापलट हुआ और कांग्रेस पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई। उन्होंने अपना जीवन दिल्ली की जनता और कांग्रेस पार्टी के लिए समर्पित किया और उनकी मृत्यु के बाद भी उन्हें दोष देना गलत है।
इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस पार्टी नेता आम आदमी पार्टी को दिल्ली में चुनाव जीतने की बधाई दी तो दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्षा शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उनपर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को हराने के लिए क्षेत्रीय दलों को आगे किया हुआ है? अगर ऐसा नहीं है तो फिर हम अपने नशे में डूबने के बजाय AAP की जीत पर गर्व क्यों कर रहे हैं?