नई दिल्ली. प्रवासी मजदूरों को लेकर राजनीतिक दलों में जमकर सियासत होने लगी है। कांग्रेस पार्टी की नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, "हमारी बसें बॉर्डर पर खड़ी हैं। हजारों की संख्या में राष्ट्र निर्माता श्रमिक और प्रवासी भाई-बहन धूप में पैदल चल रहे हैं। परमीशन दीजिए, योगी जी, हमें अपने भाइयों और बहनों की मदद करने दीजिए।" आपको बता दें कि शनिवार को राजस्थान के विभिन्न शहरों से यूपी के प्रवासी मजदूरों को लेकर बसें रवाना हुईंं थीं। कहा जा रहा है इन बसों का इंतजाम प्रियंका गांधी ने करवाया है।
ओछी राजनीति कर रही हैं प्रियंका: योगी सरकार
उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर प्रवासी कामगारों के मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह ओछी सियासत कर रही हैं। सिंह ने रविवार को एक बयान में कहा "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस पार्टी प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। प्रियंका उत्तर प्रदेश की सीमा पर बसें भेजने की बात कर रही हैं। इससे जाहिर होता है कि उन्हें वस्तुस्थिति की जानकारी ही नहीं है और वह केवल ओछी राजनीति कर रही हैं।"
मंत्री का यह बयान प्रियंका गांधी की उस मांग के बाद आया है जिसमें उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से प्रवासी श्रमिकों को घर वापस लाने के लिए 1000 बसें चलाने और उनका किराया पार्टी द्वारा वहन किए जाने की इजाजत मांगी थी।
सिंह ने कहा,‘‘प्रवासी कामगार उत्तर प्रदेश से नहीं बल्कि पंजाब, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे राज्यों से आ रहे हैं। इन राज्यों में या तो कांग्रेस की सरकार है या फिर उनके गठबंधन की सरकार। अगर प्रियंका को स्थिति की जानकारी होती तो वह उन राज्यों में बसें उपलब्ध कराने को कहतीं लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि वह अपने ही मुख्यमंत्रियों से यह बात नहीं कह पा रही हैं और उत्तर प्रदेश सरकार पर उंगली उठा रही हैं। यह उनकी नासमझी को जाहिर करता है।’’
मंत्री ने कहा कि योगी सरकार ने 400 रेलगाड़ियों और 11000 बसों का इंतजाम करके अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचवाया है।