नयी दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में वापसी के कुछ दिनों बाद पूर्व भाजपा नेता मुकुल रॉय ने केंद्र से उनकी वीआईपी सुरक्षा हटाने का आग्रह किया, जिसे केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि रॉय को प्रदत्त ‘जेड’ श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा उनसे वापस ले ली गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को 67 वर्षीय रॉय की सुरक्षा में तैनात जवानों को वापस बुलाने का निर्देश दिया है।
रॉय को पार्टी विरोधी कथित गतिविधियों के चलते 2017 में तृणमूल कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए थे। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले उन्हें भगवा पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया था। विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बाद रॉय और उनके पुत्र शुभ्रांग्शु पिछले हफ्ते कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत टीएमसी में शामिल हो गए थे। हालांकि, रॉय कृष्णानगर उत्तर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव जीत गए थे। गृह मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि रॉय ने केंद्र को पत्र लिखकर उनकी सुरक्षा हटाने को कहा था, जिसे अब प्रभावी कर दिया गया है।
भाजपा में शामिल होने के बाद रॉय को केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ की ‘वाई प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी, जो इस साल मार्च-अप्रैल में पश्चिम बंगाल में विधानसभा से ठीक पहले बढ़ाकर ‘जेड’ श्रेणी की कर दी गई थी। रॉय जब भी पश्चिम बंगाल में कहीं जाते थे, तो हर बार उनके साथ सीआरपीएफ के करीब दो दर्जन सशस्त्र कमांडो की टुकड़ी होती थी। सूत्रों ने बताया कि रॉय के पुत्र को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की अपेक्षाकृत छोटी टुकड़ी की सुरक्षा दी गई थी, वह भी वापस ले ली गई है। अब रॉय और उनके बेटे को राज्य पुलिस सुरक्षा मुहैया कर रही है।