श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने 2003 के संघर्ष विराम समझौते के पूर्ण क्रियान्वयन को लेकर भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच बनी सहमति का स्वागत किया और कहा कि इससे राज्य के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमाओं पर शांति लाना ‘‘व्यापक समझ’’ का पहला आवश्यक कदम है। साथ ही उन्होंने इसके कायम रहने की आशा भी व्यक्त की।
महबूबा ने ट्वीट किया, ‘‘दोनों डीजीएमओ के सीमा पर संघर्ष विराम की प्रतिबद्धता को दोहराने का तहे दिल से स्वागत। यह कदम राज्य में लोगों के लिए बड़ी राहत लाएगा।’’ उन्होंने लिखा, ‘‘व्यापक समझ के लिए हमारी सीमाओं पर शांति पहला महत्वपूर्ण कदम है और मैं वास्तव में उम्मीद करती हूं कि यह कायम रहेगी।’’
भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियानों के महानिदेशक (डीजीएमओ) ने कल वर्ष 2003 के संघर्ष विराम समझौते को ‘‘पूरी तरह से लागू करने’’ पर सहमति जतायी थी। भारतीय सेना ने बताया कि दोनों डीजीएमओ ने जम्मू-कश्मीर में कल शाम छह बजे हॉटलाइन पर बातचीत के दौरान नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मौजूदा स्थिति की समीक्षा भी की। हॉटलाइन पर बातचीत की पहल पाकिस्तानी डीजीएमओ ने की थी।