श्रीनगर: कश्मीर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान का आज जम्मू-कश्मीर में स्वागत किया गया जहां पीडीपी प्रमुख और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केवल वार्ता से ही समस्याओं का समाधान हो सकता है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य के लोगों ने इसका जोरदार स्वागत किया है जबकि काफी काम किए जाने की जरूरत पर बल दिया।
उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने भी कश्मीर के दलों के सुर में सुर मिलाते हुए स्वतंत्रता दिवस के भाषण में कश्मीर पर मोदी के बयान का स्वागत किया और कहा कि गोली और गाली की जगह मानवता और न्याय ले ले तो कश्मीर मुद्दे का समाधान हकीकत बन जाएगा।
मोदी ने अपने भाषण में संकटों में घिरे हुए कश्मीरियों का जिक्र करते हुए कहा कि कश्मीर समस्या का समाधान न तो गोली से किया जा सकता है न ही गाली से और उन्हें गले लगाकर ही समस्या का समाधान खोजा जा सकता है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा ने बयान जारी कर कहा कि उनका हमेशा से मानना है कि मुद्दों का समाधान वार्ता और शांतिपूर्ण तरीके से ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा, करीब 15 वर्ष पहले हमारी पार्टी ने नारा दिया था- बंदूक से ना गोली से बात बनेगी बोली से, जो आज भी प्रासंगिक है।
नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष उमर ने कहा कि मोदी के भाषण का घाटी के लोगों ने जोरदार स्वागत किया है लेकिन इस पर काम होना चाहिए।
हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी धड़े के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने ट्विटर पर लिखा, नरेन्द्र मोदी का स्वागत है जो समझाते हैं कि गोली और गाली से नहीं बल्कि इंसानियत और इंसाफ से मुद्दे का समाधान होगा।
भाकपा के राष्ट्रीय सचिव डी. राजा ने कहा, वे (सरकार) विवाद के सैन्य समाधान में विश्वास करते हैं लेकिन वह कश्मीरियत को गले लगाने की बात करते हैं। उन्होंने जो कहा उसमें विश्वास नहीं झलकता है।