नई दिल्ली: संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद नजरबंद की गईं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि वह अभी राजनीति में आने के लिए तैयार नहीं हैं। इल्तिजा ने यहां भारतीय महिला प्रेस कॉर्प्स में कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वह एक अच्छी राजनीतिज्ञ होंगी। उन्होंने कहा कि वह क्या बोलती हैं, इस पर उनकी मां निगरानी रखती हैं।
इल्तिजा ने कहा, "मैं राजनीति के लिए तैयार नहीं हूं। मुझे नहीं लगता कि मैं एक अच्छी राजनीतिज्ञ बनूंगी।" कश्मीर में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को सोशल मीडिया के उपयोग की अनुमति नहीं देना बेतुका कदम है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कश्मीर में एहतियात के तौर पर सभी सोशल मीडिया साइट पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, ताकि अफवाहों और झूठी सूचनाओं के प्रचार पर अंकुश लग सके। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार को कहा कि उन सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिन्होंने सरकारी आदेशों की अवहेलना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का दुरुपयोग किया है।
इल्तिजा ने कहा, "मैं कश्मीर जाऊंगी और वीपीएन का उपयोग करूंगी, उन्हें मुझ पर प्राथमिकी दर्ज करने दीजिए।" उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को कश्मीर जाने का साहस दिखाने की चुनौती भी दी। इल्तिजा ने कहा, "लोग गुस्से में हैं, अगर गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर में सड़कों पर चलते हैं, तो मैं उन्हें सलाम करूंगी।" उन्होंने कहा कि कश्मीरियों को मोदी सरकार पर मुकदमा करना चाहिए। इल्तिजा ने कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था से उनका विश्वास हिल गया है और वह अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) से भी संपर्क कर सकती हैं।
इल्तिजा ने भाजपा पर सवाल उठाया और कहा कि अगर पार्टी को लगता है कि उसकी मां राष्ट्र विरोधी हैं तो उन्होंने 2014 में उनकी पार्टी के साथ गठबंधन क्यों किया था। उन्होंने कहा कि जम्मू के लोग भी अनुच्छेद-370 को खत्म करने से नाखुश हैं और दावा किया है कि अगर अभी जम्मू में चुनाव होते हैं तो भाजपा का सफाया हो जाएगा।