बेंगलुरु: कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने दावा किया कि लिंगायत समुदाय के कई विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। इस बीच कर्नाटक में सरकार के नेतृत्व परिवर्तन को लेकर चल रहीं अटकलें उस समय खारिज हो गईं जब मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें पद पर बने रहने के लिए कहा है। येदियुरप्पा ने 22 जुलाई को कैबिनेट की जबकि 26 जुलाई को पार्टी के विधायक दल की बैठक बुलाई है।
‘कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं बीजेपी विधायक’
पत्रकारों से बात करते हुए शिवकुमार ने बताया कि उनके साथ क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ईश्वर खंड्रे और एम.बी. पाटिल ने कहा कि इस क्षेत्र के अधिकांश लिंगायत नेता भारतीय जनता पार्टी के हैं और उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से संकेत दिया कि बीजेपी के विधायक उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। शिवकुमार ने आगे कहा, ‘कर्नाटक में बीजेपी को लगता है कि लिंगायत समुदाय पर उसकी पूरी पकड़ है, लेकिन, कांग्रेस पार्टी के पास समुदाय के बड़े नेता हैं जो कांग्रेस पार्टी के प्रति समुदाय का विश्वास जीत सकते हैं।’
‘नेतृत्व परिवर्तन का तो सवाल ही नहीं है’
वहीं, कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने अपने दिल्ली दौरे को सफल करार देते हुए कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें मुख्यमंत्री पद पर बने रहने को कहा है और राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के विषय पर कोई चर्चा नहीं हुई। नई दिल्ली से लौटने के बाद येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘केंद्रीय नेताओं ने मुझे मुख्यमंत्री पद पर बने रहने और पार्टी को मजबूत करने को कहा है। यह हमारा कर्तव्य है कि हम समय-समय पर उनके निर्देशों का अनुपालन करें। नेतृत्व परिवर्तन का सवाल ही नहीं है।’
‘बीजेपी में योग्य नेताओं की कोई कमी नहीं’
वैकल्पिक नेतृत्व पर किसी तरह की चर्चा से इनकार करते हुए येदियुरप्पा ने जोर देकर कहा कि बीजेपी में योग्य नेताओं की कोई कमी नहीं है। हालांकि, साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें जिम्मेदारी दी है और वह सभी को साथ लेकर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे। गौरतलब है कि येदियुरप्पा ने अपने 2 दिवसीय दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।