नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पुणे में दो दिन पहले हुई हिंसा और उसके बाद अलग अलग इलाकों में हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद आज बुलाए गए महाराष्ट्र बंद की कॉल दलित संगठन ने वापस ली है। ऐक्टिविस्ट और बी.आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने यह किया ऐलान किया। फैसले के बाद हालात बेहतर होने की उम्मीद है।
भारिप बहुजन महासंघ के नेता प्रकाश अंबेडकर ने आज कहा कि भीमा कोरेगांव लड़ाई के स्मृति कार्यक्रम के खिलाफ हुई हिंसा के विरोध में विभिन्न दलित एवं अन्य संगठनों द्वारा बुलाया गया दिनभर का महाराष्ट्र बंद वापस ले लिया गया है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य की करीब 50 फीसद लोगों ने इस बंद में हिस्सा लिया। दिन के दौरान मुम्बई और अन्य स्थानों से सड़क जाम, आगजनी और पथराव की घटनाओं की खबरें आयीं। लेकिन अंबेडकर ने दावा किया कि बंद शांतिपूर्ण रहा।
वहीं, महाराष्ट्र सरकार के मंत्री दीपक केसरकर ने किसी भी दलित की मौत से किया साफ इनकार किया और कहा कि बोले, सोशल मीडिया पर गलत संदेश फैलाया गया है इसलिए सावधान रहें।
बंद के दौरान सरकारी परिवहन की बसों पर पथराव की छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो स्थिति सामान्य है। बंद की वजह से कई स्कूलों तथा बाजारों को आज बंद रखा गया है। राज्य में दलित नेताओं के बंद के आह्वान के बीच आज मुंबई में एक बार फिर बसों को निशाना बनाया गया। दलित नेता भीमा-कोरेगांव लड़ाई की 200वीं सालगिरह के दौरान भड़की हिंसा का विरोध कर रहे हैं। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की आपदा प्रबंधन इकाई के एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कलानगर इलाके (बांद्रा), धारावी, कामराज नगर, संतोष नगर, डिंडोशी और हनुमान नगर में ‘बेस्ट’ की 13 बसों में तोड़फोड़ की। पूर्वी उपनगरों में कल प्रदर्शनों के कारण शहर में सड़क यातायात बाधित रहा।
मुंबई में घाटकोपर स्टेशन पर आज सुबह दलित कार्यकर्ताओं ने उपनगरीय रेल सेवा को बाधित किया। मध्य रेलवे की छत्रपति शाहुजी महाराज टर्मिनस की तरफ जाने वाली मुख्य लाइन पर रेल सेवा प्रभावित रहीं जिससे ऑफिस जाने वाले हजारों यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बंद को देखते हुये रेलवे ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये हैं। मुंबई में मशहूर डिब्बेवालों ने भी आज अपनी सेवाएं ना देने का फैसला किया है। बीएमसी की आपदा प्रबंधन इकाई के वरिष्ठ अधिकारी महेश नार्वेकर ने पहले कहा था कि बेस्ट की बसें कांदिवली-अकुरली, डिन्डोशी-हनुमान नगर, चांदिवली-संघर्ष नगर, खैरानी रोड-साकीनाका, सहर कार्गो, मुलुंड चेक नाका और जीजामाता नगर समेत कुछ संवेदनशील मार्गों पर नहीं चलेंगी।
LIVE UPDATES
- दलित संगठन ने महाराष्ट्र बंद की कॉल वापस ली
- ऐक्टिविस्ट और बी.आर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने किया ऐलान
- पुणे हिंसा पर केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा महाराष्ट्र में जो कुछ हुआ वो शर्मनाक है
- पुणे-कोरेगांव हिंसा का मामला लोकसभा में उठा
- मल्लिकार्जुन खड़गे ने उठाया पुणे हिंसा का मामला
- हिंसा से फूट डालने की कोशिश- मल्लिकार्जुन खड़गे
- घाटकोपर में मेट्रो स्टेशन को बंद किया गया
- अंधेरी वेस्ट के इनफिनिटी मॉल को बंद कराया गया
- वर्ली नाके पर बंद समर्थकों ने सड़क जाम किया
- चंद्रपुर में सड़क जाम किया, दुकानें बंद कराई
- प्रदर्शनकारियों ने घाटकोपर में हाईवे जाम किया
- गोवंडी स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने हंगामा किया
- मुंबई के गांधीनगर के पास गाड़ियों पर पथराव
- मुंबई में बंद समर्थकों ने मेट्रो सेवा रोकी
- असाल्फा और घाटकोपर के बीच मेट्रो सेवा रोकी
महाराष्ट्र में क्या-क्या बंद
- पुणे हिंसा के विरोध में आज महाराष्ट्र बंद बुलाया गया
- भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने बंद बुलाया
- प्रकाश अंबेडकर के बंद को 8 दलित संगठनों का समर्थन
- कई लेफ्ट पार्टियों ने भी महाराष्ट्र बंद का समर्थन किया
- बंद समर्थकों ने कई जगह ट्रेनों-बसों को रोकने की कोशिश की
- महाराष्ट्र में करीब 40 हज़ार स्कूल बसें आज नहीं चलेंगी
- मुंबई में डब्बावालों ने आज डिलीवरी देने से मना किया
- मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में टैक्सी-ऑटो नहीं चल रहे हैं
- रेडियो कैब सर्विस ओला-उबर पर भी बंद का असर पड़ा है
डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के पोते और सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश आंबेडकर सहित आठ संगठनों ने महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है. प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने न्यायिक जांच के जो आदेश दिए गए हैं वो उन्हें मंजूर नहीं हैं. हिंसक घटनाओं को देखते हुए औरंगाबाद में धारा-144 लागू कर दी गई है. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गई हैं. नासिक में दलित संगठनों ने सड़कें जाम कीं और मुंबई में रेल रोको आंदोलन किया. औरंगाबाद और अहमदनगर के लिए बस सेवा बंद कर दी गई जबकि कई लोकल ट्रेनों की सर्विस भी प्रभावित हुई.
महाराष्ट्र में हिंसा की आग
- पुणे में 1 जनवरी को दो गुटों में विवाद के बाद हिंसा
- पुणे हिंसा के बाद महाराष्ट्र के कई शहरों में भड़की हिंसा
- मुंबई, ठाणे, बुलढाना, जलगांव, औरंगाबाद में आगजनी
- मुंबई के कई इलाकों में बसों को निशाना बनाया गया
- आज सुबह चेंबूर में स्कूल बस को नुकसान पहुंचाया गया
- ठाणे में बंद समर्थकों ने लोकल को रोकने की कोशिश की
- मुंबई के कई इलाकों में एहतियातन दुकानें बंद हैं
- प्रशासन ने मुंबई, ठाणे समेत कई शहरों में धारा 144 लगाई
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि भारत के लिए आरएसएस और भाजपा के फासीवादी सोच है कि वो भारतीय समाज में दलितों को उठने नहीं देना चाहते हैं. महाराष्ट्र दंगे के बहाने उन्होंने ऊना मामला, रोहित वेमुला और भीम कोरेगांव को याद किया और उनके प्रतिरोध को दलितों की आवाज़ तक बताया है. ग़ौरतलब है कि पुणे में सोमवार को उस समय हिंसा भड़की भीम कोरेगांव में लोग शौर्य दिवस मना रहे थे. इस दौरान दलितों और मराठा संगठन के लोगों के बीच हिंसा भड़क गई। हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई और कई के घायल होने की ख़बर है. हिंसा के बाद मुंबई में जगह जगह प्रदर्शन हुए वहीं 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मुंबई के चेंबूर सहित सभी प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
200 साल पहले 1818 में पेशवा को अंग्रेजों ने दलितों के साथ मिलकर हराया था. 1 जनवरी को भीमा कोरेगांव युद्ध के 200 साल पूरे होने पर लाखों की संख्या में दलित शौर्य दिवस मनाने जमा हुए थे. पुलिस के मुताबिक, दलित समुदाय के पांच लाख से ज्यादा लोग शौर्य दिवस मनाने के लिए जमा हुए थे. भीम कोरेगांव के जय स्तंभ पर मुख्य कार्यक्रम शांतिपूर्वक चल रहा था तभी पड़ोस के गांवों में हिंसा भड़क गई. कार्यक्रम का आयोजन हर साल किया जाता था, हालांकि इस बार हिंसा भड़क गई.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की सीआईडी जांच के आदेश दिए हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि हिंसा की न्यायिक जांच भी होगी. मुख्यमंत्री ने मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए के मुआवजे का भी ऐलान किया है.