अहमदाबाद: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘नोटबंदी’ की सालगिरह की पूर्व संध्या पर गुजरात के अहमदाबाद में बड़ा बयान देते हुए कहा है कि 8 नंवबर भारत की अर्थव्यवस्था के लिए काला दिन है। उन्होंने कहा कि ‘नोटबंदी’ की बात सुनकर झटका लगा था और इससे जीडीपी में भी बड़ी गिरावट दर्ज हुई हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने राजनीतिक फायदे के लिए ‘नोटबंदी’ का फैसला किया इससे गरीब किसान,कारोबारी परेशान हुए,निवेशकों में टैक्स टेरेरिज्म का खौफ बढ़ा और कालेधन के असली गुनहगार पकड़ने में भी सरकार के लिए यह फायदे का सौदा साबित नहीं हुई। ‘
नोटबंदी’ के साथ ही पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने जीएसटी पर भी मोदी सरकार को घेरा और कहा कि मोदी सरकार ने जीएसटी को सही तरीके से लागू करने में सफल नहीं रही है। मोदी सरकार के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर भी उन्होंने निशाना साथा और करार हमला करते हुए कहा कि ‘बुलेट ट्रेन चलाने का फैसला गुरुर के चलते लिया गया था’।उन्होंने सरकार से सवाल पूछने वाले अंदाज में कहा कि ‘क्या प्रधानमंत्री ने वर्तमान रेलवे ट्रैक्स को अपग्रेट कर हाईस्पीड ट्रेन चलाने जैसे फैसलों पर विचार किया था।‘
नोटबंदी को सरकार की बड़ी भूल बताते हुए इसे संगठित लूट करार दिया
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘नोटबंदी’ पर मोदी सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि ‘नोटबंदी संगठित लूट है’ और यह मोदी सरकार की बड़ी भूल है। उन्होंने कहा कि ‘इससे आम आदमी को परेशानी हुई और समझ में नहीं आता की सरकार को नोटबंदी की सलाह किसने दी।‘ मनमोहन सिंह ने ‘नोटबंदी’ को एक बार फिर संगठित लूट करार दिया है। ‘नोटबंदी’ जल्दी में लिया गया फैसला था जिससे गरीब किसान और कारोबारी परेशान हुए और यह अपने असली मकसद में सफल नहीं हो सकी उन्होंने मोदी सरकार की सबसे बड़ी भूल करार दिया और कहा कि ‘कालाधन’ पकड़ने में सरकार सफल नहीं हो सकी,उन्होनें कहा कि नोटबंदी कालेधन पकड़ने का का समाधान नहीं है।
निवेशकों में टैक्स टेरेरिज्म का खौफ
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने सरकार से सवाल पूछा कि ‘आखिर नोटबंदी की सलाह सरकार को किसने दी थी?’ उन्होंने कहा कि ‘नोटबंदी के बाद से निवेशकों में टैक्स टेरेरिज्म का खौफ बढ़ गया है और वे निवेश करने में संकोच कर रहे हैं।‘
जीएसटी पर भी उठाए सवाल
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘नोटबंदी’ के साथ ही जीएसटी पर भी करारा हमला बोलते हुए कहा कि जीएसटी को सही तरीके से लागू नहीं किया गया था और इसके चलते कारोबारी परेशान हुए हैं। ‘बुलेट ट्रेन चलाने का फैसला गुरुर के चलते लिया गया था’।पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने अहमदाबाद में मोदी सरकार द्वारा अहमदाबाद से मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन चलाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि‘बुलेट ट्रेन चलाने का फैसला गुरुर के चलते लिया गया था’।उन्होंने सरकार से सवाल पूछने वाले अंदाज में कहा कि ‘क्या प्रधानमंत्री ने वर्तमान रेलवे ट्रैक्स को अपग्रेट कर हाईस्पीड ट्रेन चलाने जैसे फैसलों पर विचार किया था।‘