अगरतला: त्रिपुरा के निवर्तमान मुख्यमंत्री माणिक सरकार आज अपने नए आवास में माकपा के राज्य समिति कार्यालय में रहने जाएंगे। सरकार प्रदेश में 20 वर्षों से सत्ता में थे। जहां देश में राजनेताओं की शानो-शौकत के किस्से आम होते हैं, ऐसे में 20 वर्षों तक एक राज्य के मुख्यमंत्री रहे माणिक सरकार के पास रहने के लिए अपना घर तक नहीं है।
माकपा की राज्य इकाई के सचिव बिजन धर ने संवाददाताओं को बताया कि सरकार मार्क्स एनगल्स सरानी स्थित अपने आधिकारिक आवास खाली कर रहे हैं। यह उनके नए आवास से करीब 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ ही घंटों में वह रहने के लिए पार्टी कार्यालय चले जाएंगे। पार्टी कार्यालय के अतिथि घर के एक कमरे में वह अपनी पत्नी पांचाली भट्टाचार्य के साथ रहेंगे।’’
माकपा कार्यालय के सचिव हरिपद दास ने कहा कि दिग्गज नेता ने जोर देकर कहा है कि वह वही सब खाएंगे जो पार्टी कार्यालय की रसोई में बनाया जाएगा। दास ने कहा, ‘‘ उन्होंने किताबें, कपड़े और कुछ सीडी पार्टी कार्यालय में भिजवा दिए हैं। अगर नई सरकार उन्हें सरकारी आवास आवंटित करती है तो वह उसमें जा सकते हैं।’’
सरकार की पत्नी ने कहा था कि वह मार्क्सवादी साहित्य तथा किताबें पार्टी कार्यालय के पुस्तकालय और बीरचंद्र सेंट्रल लाइब्रेरी को दान कर देंगी। दंपति की कोई संतान नहीं है।
त्रिपुरा में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वाम किला ढहा दिया था। यहां बीते लगातार 25 वर्ष से माकपा नीत वाम मोर्चे का शासन था और 20 वर्ष से उसकी कमान सरकार के हाथ में थी।