नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में निजी दुश्मनी की चलते हुई हत्याओं पर राजनीति हो रही है। 30 मई को होने वाले पीएम मोदी के शपथ ग्रहण के लिए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को भी निमंत्रण भेजा गया था और उन्होंने इसमें शामिल होने के लिए अपनी सहमति भी दे दी थी।
पीएम मोदी के शपथ ग्रहण में उन बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिजनों को भी आमंत्रित किया गया है जिनकी मौत कथित तौर पश्चिम बंगाल में हुई राजनीतिक हिंसा के दौरान हुई थी> ममता ने एक चिट्ठी जारी कर लिखा है कि भाजपा ने इस कार्यक्रम में मृत बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को बुलाया है और इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है। ममता ने कहा है कि ये राजनीतिक हत्या नहीं है, बल्कि आपसी रंजिशों के मसले हैं।
बता दें कि 30 मई को होने वाले मोदी के शपथग्रहण समारोह के लिए बंगाल हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को न्योता दिया गया है। 16 जून 2013 के बाद मारे गए 54 लोगों के परिजनों को निमंत्रण भेजा गया है।
लोकसभा चुनाव के दौरान ही बंगाल में बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। चुनाव परिणाम आने के बाद भी बंगाल में हिंसा का दौर जारी है। इस कदम को पश्चिम बंगाल में अपना कद बढ़ाने की कोशिश कर रही बीजेपी का अहम कदम माना जा रहा है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार को शाम सात बजे राष्ट्रपति भवन में मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। लोकसभा चुनाव में एक-दूसरे पर तीखे हमले के बाद विपक्षी नेताओं को न्योते को मोदी की ओर से उन तक पहुंचने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। चुनाव में भाजपा ने जबर्दस्त जीत दर्ज की। सरकार ने शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है।