नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि पूरे देश में ‘खेल होगा।’ वहीं, उन्होंने चुनाव में मशहूर हुए अपने नारे ‘खेला होबे’ (खेल होगा) से भाजपा को चुनौती दी, जिससे उन्होंने राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को विधानसभा चुनाव में शिकस्त दी थी। बनर्जी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा, “अगर यह बंगाल में हो पाया तो अन्य राज्यों में भी हो सकता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कटु आलोचक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख बनर्जी ने हल्के अंदाज़ में कहा कि उन्होंने हिंदी मोदी से सीखी है जबकि गुजराती का ‘केम छो’ (कैसे हैं) को गृह मंत्री अमित शाह से सीखा है। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने संयुक्त विपक्ष के लिए ‘खेला होबे’ जैसा कोई नारा तय किया है तो बनर्जी ने कहा, ‘‘पूरे देश में खेला होगा।”
उन्होंने कहा, “यह सतत प्रक्रिया है, जब मोदी अगला चुनाव लड़ेंगे तो यह देश के साथ होगा।” मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका मतलब है कि अगला लोकसभा चुनाव मोदी बनाम संयुक्त विपक्ष होगा। वह बंगाल में भाजपा को पराजित करने के बाद राष्ट्रीय राजधानी की पहली यात्रा पर आई हुई हैं। पूछा गया कि पिछले कुछ सालों में उनकी हिंदी में काफी सुधार आया है तो बनर्जी ने कहा, “ हिंदी नरेंद्र मोदी से सीखी है और गुजराती अमित शाह से।”
गुजरात मोदी और शाह का गृह राज्य है, जहां अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई को ‘शहीद दिवस’ मनाती है और टीएमसी ने बनर्जी के भाषण का गुजराती अनुवाद राज्य के सभी जिलों में प्रसारित कराया है। यह पहली बार है कि तमिलनाडु, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश जैसे अन्य राज्यों में भी भाषण को प्रसारित किया गया है।
पश्चिम बंगाल के हाल के विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत ने ममता बनर्जी को यह आत्मविश्वास दिया है कि वह देश के बाकी हिस्सों तक पहुंच बनाने की कोशिश करें। उनकी पार्टी के नेता 2024 के चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए संयुक्त विपक्ष के चेहरे के तौर पर उन्हें आगे कर रहे हैं।
हालांकि, मुख्यमंत्री ने इसपर मिली जुली प्रतिक्रिया दी है। संयुक्त विपक्ष से संबंधित सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “ आप मुझसे बच्चे के जन्म से पहले ही उसका नाम पूछ रहे हैं।” मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के "कुप्रबंधन" से भगवा पार्टी को नुकसान होगा।
टीएमसी प्रमुख ने भाजपा के 2014 के चुनावी नारे ‘अच्छे दिन आने वाले हैं’ पर तंज कसते हुए कहा, “ मैं अच्छे दिन देखना चाहती हूं, बहुत अच्छे दिन देख लिए हैं।” मीडिया के साथ बातचीत के दौरान वह मोदी सरकार पर तंज कसती रहीं।
उन्होंने कहा, “2019 में नरेंद्र मोदी लोकप्रिय थे। आज, उन्होंने शवों का रिकॉर्ड नहीं रखा है, शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो सका और शवों को गंगा नदी में फेंक दिया गया था। जिन लोगों ने अपनों को खोया वे भूलेंगे नहीं और माफ नहीं करेंगे।”