नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने मंगलवार को दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। तृणमूल कांग्रेस की नेता 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन बनाने की संभावनाओं को तलाशने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में विपक्षी नेताओं के साथ बातचीत करने पहुंची हैं। ऐसे में ममता बनर्जी और कमलनाथ की मुलाकात के साथ ही अटकलों का भी दौर शुरू हो गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही कमलनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से नई दिल्ली में उनके आवास 10 जनपथ पर मुलाकात की थी।
‘मैं ममता जी को बधाई देने के लिए आया था’
ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि तृणमूल नेता से मुलाकात के दौरान 2024 के लोकसभा चुनावों की रणनीति को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की जीत ने देश को संदेश दिया है, और मैं उन्हें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में जीत के लिए बधाई देने आया था। ममता बनर्जी से पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी मुलाकात की। वहीं, ममता जल्द ही कांग्रेस के एक और बड़े नेता अभिषेक मनु सिंघवी से भी मुलाकात कर सकती हैं।
शरद पवार भी कर सकते हैं ममता से मुलाकात
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि वह बुधवार को दिल्ली में ममता बनर्जी से मुलाकात कर सकते हैं। तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनने के बाद बनर्जी सोमवार को पहली बार दिल्ली पहुंचीं और उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात करने की उम्मीद है। इसके साथ ही ममता का कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी और विपक्षी दलों के कई अन्य नेताओं से मिलने का भी कार्यक्रम है। इसी कड़ी में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ से भी मुलाकात की है। टीएमसी सुप्रीमो जाहिर तौर पर 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश में है।
‘ममता ने पिछले हफ्ते मुझे फोन किया था’
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में पवार ने मुंबई में कहा, ‘उन्होंने पिछले हफ्ते मुझे फोन किया था और मुझे अपनी दिल्ली यात्रा के बारे में बताया था और मिलने की इच्छा जताई थी। मुझे लगता है कि हम कल दिल्ली में मिल सकते हैं।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पैगसस जासूसी विवाद पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘इस बारे में कुछ भी कहने का यह समय और स्थान नहीं है। हम इस मुद्दे को सही जगह, संसद में उठाएंगे। हम इसे वहां उठाने की कोशिश करेंगे।’