नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में बीजेपी के शानदार प्रदर्शन ने ममता बनर्जी को परेशान कर रखा है। अब ममता बनर्जी अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए नए सिरे से स्ट्रेटजी बनाने में जुटी हैं। ममता बनर्जी ने खुद को लोगों से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात की तर्ज पर एक कैंपेन शुरू किया है जिसका नाम 'दीदी के बोलो' यानी 'दीदी से बात करो' दिया है।
ममता बनर्जी ने कल 'दीदी के बोलो' यानी 'दीदी से बात करो' कैंपेन के तहत एक नंबर जारी किया है। इस नंबर पर कॉल करके लोग अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। इसे टीएमसी का हेल्पलाइन नंबर बताया जा रहा है।
ममता बनर्जी ने कहा कि टीएमसी के वर्कर हेल्पलाइन नंबर पर मिली शिकायतों और समस्याओं को सुनने के बाद घर-घर जाकर लोगों से बात करेंगे। इस कैंपेन के तहत ममता बनर्जी ने 'दीदी के बोलो डॉट कॉम' नाम की एक वेबसाइट भी लॉन्च की है। यही नहीं पश्चिम बंगाल में जनसंपर्क बढ़ाने के लिए 100 दिन तक टीएमसी के एक हजार नेता दस हजार गांवों में जाएंगे। टीएमसी नेता गांवों में जाकर लोगों की बात सुनेंगे।
दरअसल पश्चिम बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं और बीजेपी के बढ़ते असर के बाद ममता बनर्जी पार्टी को नए सिरे से साधने में लगी हैं लेकिन बीजेपी के नेता ममता बनर्जी की तमाम कोशिशों का मजाक उड़ा रहे हैं। बीजेपी बोल रही है ये तो कॉपी पेस्ट योजना है।
लोकसभा चुनाव के बाद बंगाल में ममता बनर्जी भी जानती हैं कि उनका जनाधार कमजोर हो रहा है। बीजेपी को अगर रोकना है तो पार्टी में धार भी लानी होगी और लोगों को जोड़ना भी होगा। कुल मिलाकर बीजेपी ने ममता बनर्जी को ऐसा बेचैन कर दिया है कि वो जनता के दरवाजे पर दौड़ लगा रही हैं।