नई दिल्ली: गाय पर एक बार फिर सियासी शोर शुरू हो गया है और इस बार इसके केंद्र में ममता सरकार है। पश्चिम बंगाल सरकार ग्रामीण इलाकों में गाय बांटने की तैयारी कर रही है। बंगाल में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव से पहले ये ममता का बड़ा सियासी दांव माना जा रहा है। ममता बनर्जी किसानों को मुफ्त में गाय देंगी। पश्चिम बंगाल सरकार ने एलान किया है कि गांव में रहने वाले गरीब किसानों की इनकम बढ़ाने के लिए सरकार सभी परिवारों को गाय देगी।
पश्चिम बंगाल के पशुपालन मंत्री स्वप्न देबनाथ ने कहा है कि हम दूध का उत्पादन बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए और गरीबों की आमदनी बढ़ाने के लिए अब हमने गाय बांटने का फैसला किया है।
पश्चिम बंगाल में 2018 में होनेवाले पंचायत चुनाव से पहले ममता सरकार गाय बांटेगी। ग्रामीण इलाकों में हर परिवार को एक गाय देने की योजना है। पहले चरण में दो हजार गायें बांटी जाएंगी। बीरभूम के बाद पूरे बंगाल में गाय बांटी जाएंगी।
ममता सरकार के इस हिंदूवादी कार्ड पर भाजपा ने बड़ा हमला किया। केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ममता के गौदान पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होने कहा कि मुफ्त में दी जाने वाली गाएं कहां जाएंगी, किसानों के पास या कसाइयों के पास?
ममता सरकार की निगाहें अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव पर हैं। ममता बनर्जी जानती हैं कि गाय की सियासत उन्हें पंचायत चुनाव में सफलता दिला सकती है यही वजह है कि ममता सरकार के गौप्रेम पर भाजपा हमलावर हो गई है।