लखनऊ. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा मुस्लिम बाहुल्य मलेरकोटला को जिला बनाए जाने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनपर हमला बोला है। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि मत और मजहब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है। इस समय, मलेरकोटला (पंजाब) का गठन किया जाना कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है।
आपको बता दें कि कल ईद के मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने घोषणा की थी कि मलेरकोटला राज्य का नया जिला होगा। अभी तक संगरूर जिले में स्थित मलेरकोटला मुस्लिम बहुल कस्बा था। मलेरकोटला के साथ लगे अमरगढ़ और अहमदगढ़ भी पंजाब के इस 23वें जिले का हिस्सा बनाया गया है। संगरूर जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर स्थित मलेरकोटला को जिले का दर्जा कांग्रेस का चुनावी वादा था।
ईद-उल-फितर के मौके पर लोगों को बधाई देने के लिए राज्य स्तर पर ऑनलाइन तरीके से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने मलेरकोटला के लिए 500 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज, एक महिला कॉलेज, एक नया बस स्टैंड और एक महिला पुलिस थाना बनाने की भी घोषणा की। नये जिले की घोषणा करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं जानता हूं कि यह लंबे समय से लंबित मांग रही है।”
सिंह ने कहा कि मलेरकोटला शहर, अमरगढ़ और अहमदगढ़ भी मलेरकोटला की सीमा में आएंगे। बाद में एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि ईद-उल-फितर के पाक मौके पर मेरी सरकार ने घोषणा की है कि मलेरकोटला राज्य का नवीनतम जिला होगा। 23वें जिले का विशाल ऐतिहासक महत्व है। जिला प्रशासनिक परिसर के लिए उचित स्थान का तत्काल पता लगाने का आदेश दिया है।” उन्होंने कहा कि देश की आजादी के वक्त पंजाब में 13 जिले थे। वर्ष 1947 में बंटवारे के दौरान मलेरकोटला में काफी हद तक शांति रही, जबकि भारत-पाकिस्तान सीमा पर सांप्रदायिक संघर्ष और बड़े पैमाने पर पलायन हुआ।