नयी दिल्ली: पंजाब के सीएम बनते की चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ इस्तीफे की मांग भी शुरू हो गई है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने चन्नी के खिलाफ कुछ साल पहले लगे ‘मी टू संबंधी आरोपों’ को लेकर उनका इस्तीफा मांगा है। रेखा शर्मा ने सोमवार को एक बयान में कहा कि यह शर्मनाक है कि ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत ही शर्मनाक और आपत्तिजनक है कि ऐसे व्यक्ति को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाया गया है। हम नहीं चाहते कि कोई भी दूसरी महिला उस अनुभव और उत्पीड़न का सामना करे जिससे एक महिला आईएएस अधिकारी को गुजरना पड़ा था।’’
महिला आयोग की अध्यक्ष के अनुसार, पंजाब महिला आयोग ने इस मामले का संज्ञान लिया, इसके बावजूद राज्य सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, ‘‘कल्पना की जा सकती है कि उस राज्य में महिला सुरक्षा की स्थिति क्या होगी, जहां की कमान संभाल रहे व्यक्ति खुद ही महिला सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने के आरोपी हैं।’’
आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा, "चन्नी महिला सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए। वह मुख्यमंत्री बनने के लायक नहीं है। मैं सोनिया गांधी से उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने का आग्रह करती हूं।"
बता दें कि 2018 में आरोप लगा था कि पंजाब सरकार के तत्कालीन मंत्री चन्नी ने एक महिला आईएएस अफसर को आपत्तिजनक संदेश भेजे थे। हालांकि, महिला आईएएस अधिकारी ने इसको लेकर शिकायत नहीं दर्ज कराई और दोनों के बीच मामले को सुलझा लिया गया।
इस साल तीन मई को पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने राज्य सरकार से कहा कि वह आईएएस अफसर के लिए इंसाफ चाहती हैं, जिनका अब पंजाब के बाहर तबादला हो गया है। उन्होंने कहा था कि इस मुद्दे पर अगर राज्य सरकार एक सप्ताह में उन्हें अपने रुख से अवगत नहीं कराती है तो वह भूख हड़ताल करेंगी। उन्होंने कहा था कि उन्होंने मुख्य सचिव को पत्र लिख कर सरकार की कार्रवाई रिपोर्ट की मांग की है।
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