रांची/पटना | क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद राजनीति की पिच पर अपनी पारी की शुरुआत कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामेंगे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा नेता संजय पासवान ने दावा किया कि धोनी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा, "इस संबंध में उनसे काफी समय से बातचीत चल रही है। हालांकि, यह फैसला धोनी के संन्यास के बाद ही लिया जाएगा।"
पासवान ने कहा, "धोनी मेरे मित्र हैं, 'वर्ल्ड फेम' खिलाड़ी हैं, ऐसे में उनसे भाजपा में आने के लिए बातचीत हुई है।" गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने लोकसभा चुनाव से पहले 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान के दौरान धोनी से मुलाकात की थी और तभी से ये अटकलें तेज है कि धोनी भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
उधर क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में भारतीय टीम के हारकर बाहर हो जाने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के संन्यास की खबरें एक बार फिर हवा में तैरने लगी हैं। झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले धोनी के विषय में कहा जा रहा है कि क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भाजपा में शामिल होकर राजनीतिक पारी शुरू करेंगे। इस बीच, हालांकि झारखंड का कोई भी नेता खुलकर कुछ नहीं बोल रहा है। भाजपा के एक नेता ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर कहा, "धोनी का भाजपा के कई नेताओं से व्यक्तिगत संपर्क है। अगर वह भाजपा में शामिल होते हैं, तो कोई बड़ी बात नहीं है।"
वैसे यह कोई पहली बार नहीं है, जब कोई क्रिकेट खिलाड़ी भाजपा में शामिल होगा। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर भाजपा में शामिल हुए और राष्ट्रीय राजधानी की पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर संसद के लिए निर्वाचित हुए। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी नवजीत सिंह सिद्धू भी भाजपा में रह चुके हैं। हालांकि इस समय वह कांग्रेस में हैं और पंजाब सरकार में मंत्री हैं। इनसे पहले क्रिकेटर चेतन चौहान और कीर्ति आजाद ने भी खेल को अलविदा कहने के बाद राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। धोनी के संन्यास और राजनीतिक पारी की शुरुआत की अटकलें जहां तेज हैं, वहीं इस मुद्दे पर धोनी ने अभी तक कुछ नहीं कहा है।