नई दिल्ली: महाराष्ट्र में अचानक से सरगर्मियां बढ़ गई हैं। आज बीजेपी और शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर बातचीत की शुरुआत हो सकती है। हालांकि दोनों अपने अपने रुख पर कायम हैं लेकिन आपस में बातचीत के संकेत भी देने लगे हैं। मंगलवार को शिवसेना और बीजेपी दोनों की तरफ से कई बयान आए। किसी बयान में सख्ती थी तो किसी में नरमी। इस सब के बीच मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की गतिविधियां तेज़ हो गई हैं। सरकार बनने का कोई रास्ता नहीं दिखा तो फडणवीस संघ की शरण में नागपुर आ गए।
रात करीब 9.30 बजे संघ प्रमुख मोहन भागवत और देवेन्द्र फडणवीस के बीच बैठक शुरू हुई जो एक घंटे तक चलती रही। इसके बाद फडणवीस मुंबई रवाना हो गए। सूत्रों के मुताबिक इस बातचीत में देवेन्द्र फडणवीस ने शिवसेना के साथ गतिरोध और बातचीत का पूरा ब्यौरा पेश किया। संघ प्रमुख ने इस बात पर ज़ोर दिया कि साथ मिलकर चुनाव लड़ा है, समान विचारधारा की पार्टी है इसलिए साथ मिलकर सरकार बनाने की सभी को कोशिश करनी चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और शिवसेना के नेता बैक चैनल बातचीत शुरू करेंगे। बीजेपी मंत्रियों की संख्या और विशेष मंत्रालय को लेकर अपना रुख ज्यादा कठोर नहीं रखेगी। सीएम, गृहमंत्रालय और स्पीकर का पद बीजेपी के पास ही रहेगा। इन गतिविधियों से लग रहा है कि आज महाराष्ट्र के लिए बड़ी खबर का दिन हो सकता है क्योंकि आज बीजेपी की कोर कमेटी शिवसेना के साथ बातचीत की शुरुआत करेगी। बीजेपी दो दिन के अंदर सारे विवाद सुलझाकर सरकार बना लेना चाहती है।
महाराष्ट्र के राज्यपाल 7 नवंबर तक का इंतज़ार करेंगे, उसके बाद अपनी रिपोर्ट केन्द्र को भेज सकते हैं। शरद पवार भी आज दोपहर 12.30 बजे एक प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं जिसके बाद स्थिति और साफ हो सकती है। आज सीएम फडणवीस के आवास पर बीजेपी कोर कमेटी की बैठक भी होगी। इससे पहले मंगलवार को सारी सियासी सरगर्मी मुंबई में होती रही। सभी सियासी दलों ने अलग अलग मीटिंग की।
महाराष्ट्र बीजेपी की कोर कमेटी की अहम बैठक हुई। करीब ढाई घंटे चली बैठक में नई सरकार के गठन को लेकर चर्चा हुई। मीटिंग के बाद बीजेपी के नेता बाहर आए तो सरकार बनाने को लेकर गेंद शिवसेना के पाले में डाल दी। बीजेपी भले ही बातचीत के संकेत दे रही हो लेकिन शिवसेना के तेवर अभी भी सख्त ही हैं। शिवसेना ने देवेन्द्र फडणवीस के दिल्ली दौरे पर सवाल उठाते हुए कहा कि महाराष्ट्र की बातें दिल्ली में तय नहीं हो सकती। शिवसेना ने इस बार बीजेपी को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी है कि शिवसेना एनसीपी के साथ सरकार बना सकती है और कांग्रेस बाहर से समर्थन दे देगी।
वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहब थोराट ने राज्य में राजनीतिक अस्थिरता के लिए फडणवीस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'उन्होंने सेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और अब बीजेपी मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना को धोखा दे रही है। उसने न सिर्फ शिवसेना बल्कि संपूर्ण विपक्ष का सफाया करना चाहा। फडणवीस अपनी इस योजना में बुरी तरह असफल हो गए हैं।' थोराट ने कांग्रेस में किसी तरह की टूट की आशंका से इनकार किया। उन्होने कहा कि उनकी पार्टी एकजुट है और बीजेपी सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी को नहीं तोड़ पाएगी।