मुंबई। महाराष्ट्र में अब शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस की मिलीजुली सरकार है। गुरुवार को शिवाजी मैदान में शपथ लेने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सहयाद्री गेस्ट हाउस में अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक की। इस बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस प्रेस वार्ता में जब एक पत्रकार ने उद्धव ठाकरे से सवाल किया कि क्या शिवसेना अब सेक्युलर हो गई है, इस सवाल पर उद्धव ठाकरे नाराज हो गए।
पत्रकार के सवाल से नाराज उद्धव ठाकरे ने कहा कि सेक्युलर का मतलब क्या है, संविधान में जो मतलब लिखा है उसे हमने अपने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में लिया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम एक अच्छी सरकार देंगे। मैं किसानों की मदद करना चाहता हूं जिससे उन्हें खुशी मिले। उद्धव ने कहा कि उनकी सरकार महाराष्ट्र के किसानों को राहत देने के लिए दो दिनों में बड़े फैसले की घोषणा करेगी। अपने पहले फैसले में उद्धव कैबिनेट ने रायगढ़ किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी के संरक्षण के लिए 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
शपथ ग्रहण में शामिल नहीं हुए सोनिया, मनमोहन और राहुल (भाषा)कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बृहस्पतिवार को उद्धव ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुए। हालांकि तीनों नेताओं ने शिवसेना प्रमुख को पत्र लिखकर शुभकामनाएं दीं। सोनिया और राहुल ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो पाने के लिए खेद प्रकट किया। सोनिया ने ठाकरे को लिखे पत्र में उन्हें शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में बनने जा रही सरकार राज्य की जनता की आकांक्षाओं को पूरा करेगी।