मुंबई: महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच शिवसेना ने उन खबरों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया था कि वह एनसीपी के साथ सीएम की पोस्ट ढाई-ढाई साल के लिए बांटने को तैयार है। इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि शिवसेना महाराष्ट्र के सीएम की पोस्ट को एनसीपी के साथ बांटने के लिए तैयार हो गई है। शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने मीडिया में आई इन खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इस तरह का कोई फॉर्मूला नहीं दिया गया है।
इससे पहले महाराष्ट्र में सरकार गठन का मामला सुप्रीम कोर्ट की न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गया। कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह सोमवार को यानी कि आज राज्यपाल का पत्र अदालत को सौंपे जिसमें देवेंद्र फडणवीस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया गया है। साथ ही अदालत ने केंद्र सरकार से कहा कि वह बीजेपी नेता द्वारा राज्य में सरकार बनाने के लिए किए गए दावे का पत्र भी अदालत के समक्ष सोमवार को सुबह 10:30 बजे सुनवाई के दौरान पेश करे।
आपको बता दें कि शिवसेना ने दावा किया है कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन के पास 165 विधायकों का समर्थन है और वह आसानी से विधानसभा में बहुमत साबित कर देंगे, वहीं बीजेपी ने दावा किया है कि फडणवीस के पास 170 विधायकों का समर्थन है। 288 सदस्यीय सदन में बहुमत के लिए 145 विधायकों की जरूरत है। अब महाराष्ट्र की सियासत का भविष्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिका हुआ है। माना जा रहा है कि आज दोपहर तक सूबे की सियासी तस्वीर काफी हद तक साफ हो जाएगी। (भाषा से इनपुट्स के साथ)