मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा सौंप दिया है और राज्यपाल भगत सिंग कोश्यारी ने इस्तीफा मंजूर कर लिया है। राज्यपाल कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को कार्यवाहक सीएम बने रहने के लिए कहा है। इस्तीफा देने के बाद फडणवीस ने कहा, ''सरकार ना बनाना जनादेश का अपमान है। खरीद-फरोख्त के झूठे आरोप लगाए गए।'' साथ ही उन्होंने कहा कि मैं भरोसा जताता हूं कि अगली सरकार भी बीजेपी के नेतृत्व में ही बनेगी।
10 बड़ी बातें-
1. पवार साहेब ने कहा वो विपक्ष में बैठेंगे लेकिन लगता है कि उनका पहले ही सब तय था। उद्धव ठाकरे पर मैं कोई टिका टिप्पणी नही करूंगा लेकिन उनके अगल बगल के लोगों ने हमारे बीच दूरियां बढ़ाने का काम किया। उन्हें हम उन्हीं का भाषा मे जवाब दे सकते हैं पर हम जोड़नेवाले लोग है तोड़नेवाले नहीं।
2. जब हम 2014 में अलग चुनाव लड़े थे तब भी हमने न बालासाहेब न उद्धव ठाकरे पर टिप्पणी की लेकिन उन्होंने हमारे शीर्षस्थ नेताओ के बारे में निम्न स्तर पर जाकर टिका टिप्पणी की। हमारे खिलाफ विपक्ष ने जो बोला नहीं वो शिवसेना ने बोला। मोदीजी का नेतृत्व दुनिया ने माना उनके खिलाफ शिवसेना ने टिका टिप्पणी की ये हम कैसे सहेंगे। फिर ऐसी सरकार का क्या फायदा जो अपने ही नेताओ पर टिका टिप्पणी करें।
3. उद्धव ठाकरे को मैंने फोन करने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने चर्चा नही की। हमने चर्चा के दरवाजे खुले रखे थे। हमारे साथ चर्चा न करते जिनके खिलाफ चुनाव लड़े उनके साथ वो रोज चर्चा कर रहे थे। इस बात का हमें दुख है।
4. एक बार मेरे सामने इस मुद्दे पर बातचीत भी टूट गई थी। जो बात हुई होगी वो उद्धव ठाकरे और अमित शाह के साथ हुई होगी। मैंने इसबारे में उनसे भी कंफर्म किया लेकिन उन्होंने भी कहा कि ऐसी कोई बात नही हुई थी ऐसा कोई वचन बीजेपी ने नही दिया था। आज भी मैं कहता हूं कि मेरे सामने कभी भी ढाई ढाई साल के सीएम की बात नही हुई थी।
5. बीजेपी सबसे ज्यादा 105 सीटों पर जीती। इस चुनाव में हमने कम सीटें लड़ ज्यादा सीटें जीती। 70 फीसदी हमारा स्ट्राईक रेट रहा। जनता ने हमे जनादेश दिया, उम्मीद से कुछ सीटें कम मिली। उद्धव ठाकरे ने चुनाव नतीजों के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह दिया था कि हमारे सब विकल्प खुले है, हमारे लिए ये एक झटका था।
6. लोकसभा में हमारे गठबंधन को यश मिला। विधानसभा में भी बीजेपी शिवसेना और अन्य सहयोगी दलों को स्पष्ठ बहुमत दिया।
7. पांच साल जनता ने सेवा करने का मौका दिया जनता का शुक्रिया। बीजेपी नेता, कार्यकर्ता और सहयोगी दल शिवसेना और उनके नेता का भी धन्यवाद।
8. पांच वर्ष पारदर्शिता से ईमानदारी से हमने सरकार चलाई। कई संकटों का सामना किया। सूखा, बेमौसम बारिश, बाढ़ जैसे संकट आए।
9. जलयुक्त शिवार जैसी योजना हमने चलाई। महाराष्ट्र में इंफ्रास्ट्रक्चर के कई प्रोजेक्ट शुरू किए, जो प्रोजेक्ट बंद पड़े थे उन्हें भी शुरू किया।
10. पांच वर्षो में भारी विकास राज्य में किया। ये भी सच है कि अभी भी कई समस्याएं राज्य के सामने है उसपर काम होना है।