मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनंत कुमार हेगड़े के दावों को खारिज करते हुए कहा कि 40,000 करोड़ रुपये की केन्द्रीय निधि को बचाने के लिए मुख्यमंत्री पद की दोबारा शपथ नहीं ली थी। आपको बता दें कि हेगड़े के एक बयान ने महाराष्ट्र के साथ-साथ देश की राजनीति में उबाल ला दिया है। हेगड़े के बयान के चलते कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ पूर्व सहयोगी रही शिवसेना भी बीजेपी पर हमलावर हो गई है।
गौरतलब है कि हेगड़े ने दावा किया था कि उनकी पार्टी के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के नियंत्रण वाली 40,000 करोड़ रुपये की केंद्रीय निधि का ‘दुरुपयोग’ होने से ‘बचाने’ के लिए बहुमत न होने के बावजूद पिछले महीने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया गया था। दावों को खारिज करते हुए फडणवीस ने कहा कि ना ही केंद्र ने किसी कोष की मांग की और ना ही महाराष्ट्र सरकार ने कोई राशि लौटाई। फडणवीस ने नागपुर में कहा, ‘यह बिल्कुल गलत है और मैं इसे पूरी तरह खारिज करता हूं।’
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘केंद्र सरकार की एक कंपनी बुलेट ट्रेन परियोजना ला रही है, जहां महाराष्ट्र सरकार की भूमिका भूमि अधिग्रहण तक सीमित है। केंद्र ने ना ही किसी कोष की मांग की और ना ही महाराष्ट्र सरकार ने उसे वापस किया।’ हेगड़े के इस बयान के बाद शिवसेना सांसद संजय राउत ने इसे विश्वासघात बताते हुए कहा कि फडणवीस और बीजेपी महाराष्ट्र के लोगों के ‘अपराधी’ हैं। राउत ने बताया कि राज्य के मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस मुद्दे के बारे में बात करेंगे। (भाषा से इनुपट्स के साथ)