नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार कब बनेगी ये अबतक क्लियर नहीं हो पाया है। बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के बड़े नेताओं के साथ अपने आवास पर चर्चा की, जिसके बाद एनसपी प्रमुख शरद पवार के निवास पर दोनों दलों के दिग्गजों की फौज जमा हुई। दोनों दलों की ये बैठक भी किसी अंजाम तक न पहुंच पाई। इस बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, जयराम रमेश, पृथ्वीराज चव्हाण, केसी वेणुगोपाल, बालासाहेब थोराट ने हिस्सा लिया। वहीं राकांपा की ओर से बैठक में सुप्रिया सुले, अजित पवार, जयंत पाटिल, नवाब मलिक शामिल हुए।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन संबंधी अधिसूचना राज्यसभा में पेश की गयी
महाराष्ट्र में पिछले दिनों राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से संबंधित अधिसूचना की प्रति बुधवार को राज्यसभा में पेश की गयी। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने के लिए राष्ट्रपति द्वारा 12 नवंबर को जारी की गयी अधिसूचना की प्रति सदन के पटल पर रखी।
इसके साथ ही राय ने राष्ट्रपति शासन के संबंध में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा भेजी गयी रिपोर्ट की प्रति भी सदन के पटल पर रखी। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव 21 अक्टूबर को हुआ था और इसके नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए गए। भाजपा 105 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी वहीं शिवसेना को 56 सीटें, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिलीं।
चुनाव पूर्व गठबंधन के सहयोगी दलों भाजपा और शिवसेना ने कुल मिलाकर 161 सीटें जीतीं। लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलों के बीच टकराव पैदा हो गया। इसके बाद कोई दल या गठबंधन पूर्ण बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा पेश नहीं कर पाया और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया। (भाषा)