नयी दिल्ली: राजधानी में अकबर रोड के साइनबोर्ड पर आज एक पोस्टर चिपका पाया गया जिसमें ‘महाराणा प्रताप मार्ग’ लिखा हुआ था। पुलिस ने इस पोस्टर को हटाकर बाद में इस घटना को लेकर मामला दर्ज किया। इसी मार्ग पर कई केन्द्रीय मंत्रियों, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का आवास तथा कांग्रेस का मुख्यालय है। यह क्षेत्र नयी दिल्ली नगर निगम परिषद के अंतर्गत आता है।
पुलिस में की गयी शिकायत में एनडीएमसी ने कहा, ‘‘कुछ शरारती लोगों ने अकबर रोड पर एनडीएमसी द्वार लगाये गये मार्ग साइनबोर्ड पर महाराणा प्रताप के नाम वाला एक पोस्टर चिपका दिया। जनता की सुविधा के लिए इस साइनबोर्ड पर सड़क का नाम लिखा हुआ था।’’ पुलिस ने कहा कि गश्त करने वाले उनके कर्मियों ने इस पोस्टर को देखा और उसे हटा दिया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि परिषद से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने दिल्ली संपत्ति विरूपण रोकथाम अधिनियम 2007 के तहत मामला दर्ज किया है। एनडीएमसी ने स्पष्ट किया कि इस सड़क के नाम परिवर्तन के किसी प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी गयी है।
एनडीएमसी के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘परिषद को ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है तथा इस प्रकार के नाम परिवर्तन को मंजूरी भी नहीं दी गयी है। साइनबोर्ड को विरूपित करना कानून एवं व्यवस्था का मुद्दा है तथा पुलिस को आवश्यक कदम उठाने चाहिए।’’ अभी तक किसी ने भी इस काम की जिम्मेदारी नहीं ली है। यह काम ऐसे दिन सामने आया है जबकि मेवाड़ के गौरव की आज जयंती है। बहरहाल, ऐसा पहली बार नहीं है कि अकबर रोड के साइनबोर्ड को विरूपित किया गया हो।
अकबर रोड के साइनबोर्ड को 2016 में भी विरूपित किया गया था और ‘महाराणा प्रताप मार्ग’ के पोस्टर लगाये गये थे। उस समय इस कृत्य की जिम्मेदारी दक्षिणपंथी संगठन हिन्दू सेना ने ली थी। जनरल (सेवानिवृत) वी के सिंह ने शहरी विकास मंत्रालय को दो साल पहले लिखकर प्रस्ताव किया था कि अकबर रोड का नाम बदलकर महाराणा प्रताप रोड कर दिया जाना चाहिए। उस समय एनडीएमसी के उपाध्यक्ष करन सिंह तंवर ने कहा था कि वह इस मुद्दे को परिषद के समक्ष उठायेंगे किंतु इस बारे में कोई प्रस्ताव नहीं किया गया।