हजारीबाग: पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा है कि वह महागठबंधन के लिए प्रचार करने के सवाल पर तब तक कुछ नहीं कह सकते, जबतक कि इसका अंतिम रूप सामने नहीं आ जाता। वहीं, हजारीबाग में महागठबंधन के लिए चुनाव प्रचार के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इसका जवाब देने का वक्त नहीं आया है। सिन्हा ने बुधवार को कहा कि सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर विपक्षी दलों के फैसले के बाद ही राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तावित महागठबंधन पर अंतिम निर्णय हो सकता है।
आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए विभिन्न विपक्षी दलों ने महागठबंधन की वकालत की है। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता सिन्हा ने कहा, ‘बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के खिलाफ महागठबंधन का मूर्त रूप लेना अभी बाकी है।’ सिन्हा ने कहा कि अब तक सिर्फ राज्यस्तरीय गठबंधन हो रहा है और राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों के गठबंधन का फैसला अभी नहीं किया गया है।’ पूर्व विदेश मंत्री ने इसके लिए उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन का उदाहरण दिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह महागठबंधन के लिए प्रचार करेंगे, सिन्हा ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्तर पर महागठबंधन के अंतिम रूप लेने तक किसी चीज की गारंटी नहीं दे सकते। इस सवाल पर पर कि क्या वह हजारीबाग में किसी रैली को संबोधित करेंगे, उन्होंने कहा, ‘इस सवाल का जवाब देने का अभी वक्त नहीं आया है।’ आपको बता दें कि हजारीबाग से सिन्हा के बेटे एवं केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा के बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की उम्मीद है।