नयी दिल्ली: महागठबंधन दलों की आज दिल्ली में हुई बैठक के बाद बिहार से हिंदुस्तान आवामी मोर्चा के जीतन राम मांझी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा ने महागठबंधन में सामिल होने की घोषणा कर दी है। बैठक में बिहार से तेजस्वी यादव, जीतनराम मांझी और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी अपने सारे कार्यक्रमों को छोड़ दिल्ली पहुंचे थे। कुशवाहा की रालोसपा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) में शामिल हुई है। रालोसपा ने हाल ही में भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि हमारे गठबंधन को लालू प्रसाद का भी आशीर्वाद मिला है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता को गुमराह करनेवालों के खिलाफ यह महागठबंधन हुआ है। ये दलो नहीं बल्कि दिलों का गठबंधन है। देश में इमरजेंसी जैसे हालात है और तानाशाही चल रही है।
विपक्षी नेता शरद यादव भी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कुशवाहा के भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन छोड़ने के बाद उनसे मुलाकात की थी। संप्रग का मानना है कि उससे हाथ मिलाने का कुशवाहा का फैसला उसे बिहार में राजग के खिलाफ माहौल बनाने में मदद करेगा। भाजपा के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोजपा राजग के अन्य घटक दल हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि बैठक के बाद अब सीट शेयरिंग के मुद्दे पर बात हो सकती है। बिहार में सभी महागठबंधन के दल सीट शेयरिंग को लेकर काफी समय से उत्सुक हैं इसलिए ऐसा हो सकता है कि सीट शेयरिंग को लेकर कुछ बात साफ हो जाएगी।