मालदा (पश्चिम बंगाल): आगामी लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रचार अभियान की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने मंगलवार को विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा और कहा कि उनका प्रस्तावित महागठबंधन ‘लोभ-लालच’ का गठबंधन है, जिसमें प्रधानमंत्री पद के नौ संभावित उम्मीदवार हैं। शाह ने दावा किया कि 20-25 नेताओं को एक मंच पर साथ ले आने से कोई फायदा नहीं होने वाला, क्योंकि नरेंद्र मोदी ही फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ब्रिगेड परेड मैदान में हुई रैली में शामिल हुए 23 नेताओं में से नौ नेता प्रधानमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार हैं। विपक्ष की विशाल रैली के तीन दिनों बाद शाह ने यहां भाजपा की रैली में कहा, ‘‘लेकिन हमारे पास प्रधानमंत्री पद का एक ही उम्मीदवार है और वह हैं नरेंद्र मोदी।’’
बंगाल में ‘गणतंत्र बचाओ यात्रा’ की शुरुआत करते हुए शाह ने राज्य में ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने का इरादा जाहिर किया। मोदी सरकार को नागरिकता विधेयक पारित कराने को लेकर प्रतिबद्ध बताते हुए शाह ने सवाल किया कि ममता इस विधेयक का समर्थन करेंगी कि नहीं। लोकसभा में पारित हो चुका नागरिकता विधेयक राज्यसभा में लंबित है। राज्यसभा में सत्ताधारी एनडीए का बहुमत नहीं है। ममता बनर्जी की सरकार को ‘‘हत्या कराने वाली सरकार’’ बताते हुए उन्होंने कहा कि आम चुनावों में उनकी हार होगी।
शाह ने कहा, ‘‘महागठबंधन सिर्फ लोभ-लालच का गठबंधन है। वे मोदी को हटाना चाहते हैं जबकि हम गरीबी और भ्रष्टाचार हटाना चाहते हैं। वे ‘मजबूर सरकार’ चाहते हैं, ताकि वे भ्रष्टाचार में शामिल हो सकें। हम ‘मजबूत सरकार’ चाहते हैं ताकि हम पाकिस्तान को करारा जवाब दे सकें। अब लोगों को तय करना है कि वे ‘मजबूत’ सरकार चाहते हैं या ‘मजबूर’ सरकार।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ममता दीदी को समझना चाहिए कि सिर्फ 20-25 नेताओं को एक मंच पर साथ ले आने से कोई फायदा नहीं होने वाला, क्योंकि लोग नरेंद्र मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री चुनने के लिए ही वोट डालेंगे। इस देश के 100 करोड़ लोग मोदी के साथ हैं।’’ कोलकाता में हुई विपक्षी पार्टियों की रैली पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विरोधी पार्टियों ने रैली के दौरान एक बार भी ‘भारत माता की जय’ या ‘वंदे मातरम’ नहीं बोला और सिर्फ ‘मोदी मोदी’ करते रहे। गौरतलब है कि रैली के अंत में विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने ‘जय हिंद’ के नारे लगाए थे।
पश्चिम बंगाल में शरणार्थियों के मुद्दे पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं यकीन दिलाना चाहता हूं कि सभी बंगाली शरणार्थियों को नागरिकता विधेयक के तहत नागरिकता दी जाएगी। तृणमूल कांग्रेस सरकार ने शरणार्थियों के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन हम उन्हें नागरिकता देंगे।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं ममता बनर्जी से पूछना चाहता हूं कि वे नागरिकता विधेयक का समर्थन करेंगी कि नहीं। मुझे यकीन है कि वे इसका समर्थन नहीं करेंगी।’’ उन्होंने कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक पश्चिम बंगाल के सीमाई राज्यों में भाजपा के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा होगा। शाह ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस सिर्फ घुसपैठियों के लिए काम करती है और उनकी दिलचस्पी सिर्फ उनका समर्थन करने में है।’