नई दिल्ली: 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजय रथ रोकने के लिए राहुल गांधी विपक्ष को एकजुट करने में जुट गए हैं। राहुल ने आज मुंबई में मोदी सरकार पर बड़ा हमला किया। राहुल ने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों का महागठबंधन बने, ऐसी भावना ना केवल नेताओं की बल्कि जनता की भी है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस इन आवाजों को एक साथ लाने की कोशिश कर रही है और काम चल रहा है।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ऐसी भावना ना केवल भाजपा विरोधी राजनीतिक दलों बल्कि जनता की भी है कि महागठबंधन बने जो भाजपा , आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुकाबला कर सके।’’ राहुल ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा देश के संविधान और संस्थानों पर हमले कर रहे हें।’’ उन्होंने कहा कि लोगों के सामने यह सवाल है कि इसे कैसे रोका जाए।
उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पेट्रोल और डीजल के दामों को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाने के लिए कह रहा है लेकिन उनकी इसमें रुचि नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘(नोटबंदी के जरिए) मुंबई पर हमला किया गया। यहां छोटे उद्योग, कारोबारी हैं। यहां चमड़ा उद्योग और कपड़ा उद्योग है। इन पर ‘गब्बर सिंह टैक्स’ के जरिए हमला किया गया। पूरा देश दुखी है। छोटे उद्यमी दुखी हैं और हम उनके लिए लड़ रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के शासन काल में कच्चे तेल का दाम प्रति बैरल 130 डॉलर था जो अब गिरकर प्रति बैरल 70 डॉलर पर आ गया है। राहुल ने कहा, ‘‘हालांकि इसका लाभ आम आदमी को नहीं दिया गया। यह रुपया कहां जाता है ? 15 से 20 अमीर लोगों की जेबों में।’’ कांग्रेस अध्यक्ष कल से महाराष्ट्र के दो दिवसीय दौरे पर हैं।