भोपाल: मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की नवगठित सरकार पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मंत्रियों के विभागों के वितरण में इतना अधिक समय लगना चिंता का विषय है। चौहान ने कांग्रेस के विभिन्न गुटों के नेताओं के बीच इसके लिए मची कथित खींचतान को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ऐसे में सवाल पैदा होता है कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के अलावा और कौन-कौन सरकार को चला रहा है।
चौहान ने बृहस्पतिवार शाम अपने निवास पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री की शपथ के बाद मंत्रियों की शपथग्रहण में इतना अधिक समय लगा और अब मंत्रियों के विभागों के वितरण को लेकर कांग्रेस नेताओं के बीच मची खींचतान चिंता का विषय है।’’ उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में किसे मंत्री बनाया जाए और क्या विभाग दिया जाए यह मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है, लेकिन जिस तरह की खबरें आ रही हैं उससे लग रहा है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्री तय नहीं कर रहे हैं बल्कि कांग्रेस के अलग-अलग गुट के नेता मंत्री तय कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री चयन के कई दिनों बाद मंत्रियों की शपथ हो पाई और अब विभाग नहीं बंट पा रहे हैं।’’ चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के इतिहास में अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ। चौहान ने कहा कि कांग्रेस को 30 नवंबर तक का किसानों का दो लाख रुपये का ऋण माफ करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जो कहा वह करना पड़ेगा।
आरएसएस की शाखाओं पर प्रतिबंध लगाने के सवाल पर भाजपा नेता ने कहा कि एक बार नेहरु जी ने और इंदिरा जी ने ऐसा प्रतिबंध लगाया था लेकिन उन्हें इसे हटाना पड़ा।