नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में सत्ता पक्ष के विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से सियासी घमासान मचा हुआ है। मंगलवार सुबह वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कांग्रेस विधायकों को दिल्ली लाने की बात कही थी। कांग्रेस ने देर रात दावा किया कि भाजपा ने कांग्रेस के 6, बसपा के 2 (एक निलंबित) और एक निर्दलीय विधायक को गुड़गांव के आईटीसी मराठा होटल में बंधक बनाया। इसके बाद रात में ही भोपाल से मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को दिल्ली भेजा गया।
अब खबर है कि दिल्ली से कमलनाथ सरकार के मंत्री कांग्रेस, सपा और बसपा विधायकों को चार्टर प्लेन से भोपाल लेकर आ रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक एक कांग्रेस विधायक समेत 2 बसपा और 1 सपा विधायक के भोपाल आने की सूचना है। वहीं गुड़गांव से भी मंत्री कांग्रेस समर्थित 6 विधायकों को लेकर भोपाल पहुंचे। कई गाड़ियों के काफिले में सवार कांग्रेस विधायक भोपाल पहुंच गए हैं।
बता दें कि इससे पहले भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया था कि उनके संपर्क में सत्ता पक्ष के 15 से 20 विधायक हैं। वो सवाल करते हैं कि हमारे पास कोई आता है, तो क्या हम उसे भगा दें? उन्होंने कहा, विधायक मेरे संपर्क में रहते हैं, कांग्रेस विधायक अपना काम नहीं करवा पा रहे हैं, इससे असंतोष बढ़ता है क्योंकि वे लोगों के प्रति जवाबदेह होते हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप लगाए थे जिसके बाद से दोनों ओर से बयानबाजी जारी है। दिग्विजय सिंह ने बीजेपी के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे राज्य में कांग्रेस के विधायकों को अपने पाले में मिलाने के लिए 25-35 करोड़ रुपए का ऑफर दे रहे हैं। दिग्विजय सिंह ने दिल्ली में यह बयान दिया था। दिग्विजय सिंह ने कहा था, ‘‘मध्य प्रदेश में भाजपा जब से विपक्षी दल बना है, शिवराज सिंह, नरोत्तम मिश्रा और वे सभी जिन्होंने 15 साल तक राज्य को लूटा, अब खुल्लम खुल्ला कांग्रेस पार्टी के विधायकों को 25-35 करोड़ रुपए का ऑफर दे रहे हैं।''