भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया का मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री न बन पाने का गम गाहे-बगाहे झलक ही जाता है। शायद यही वजह है कि सिंधिया आए दिन अपनी ही सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों पर सवाल उठाते भी नजर आते हैं। ऐसा ही एक मिलता जुलता वाक्या हुआ गुरुवार को जब सिंधिया टीकमगढ़ की खरगापुर विधानसभा के ग्राम कुड़ीला में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
यहां सभी में मौजूद नाराज अतिथि शिक्षकों ने 1 साल से वचन पत्र में शामिल अपनी मांग पूरी न होने पर मंच पर मौजूद शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारे लगाने शुरू कर दिए। नारेबाजी होते देख सिंधिया सामने आए और उन्होंने कहा अतिथि शिक्षकों से कहा कि अगर वचन पत्र में शामिल आपकी मांगे सरकार ने पूरी नहीं कीं, तो मैं आपके साथ सड़कों पर उतरूंगा, आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और तलवार भी।
क्या है मामला?
दरअसल प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक कमलनाथ सरकार से गुरुजी की तर्ज पर नियमितीकरण समेत तमाम मांगों पर आंदोलन कर रहे हैं। कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में भी अतिथि शिक्षकों की मांग पूरी करने का वादा किया था, यही वजह थी कि जब टीकमगढ़ में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ अतिथि शिक्षकों ने स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभु राम चौधरी को भी मंच पर देखा तो नारेबाजी शुरू कर दी।
जिसके बाद सिंधिया ने मंच से ही कहा, "आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थी, मैंने आपकी आवाज उठाई थी और मैं यह विश्वास आपको दिलाना चाहता हूं कि मैं आपकी मांग सरकार के मेनिफेस्टो में अंकित है और वह मेनिफेस्टो हमारा ग्रंथ बनता है और सब्र रखना अगर उस मेनिफेस्टो का एक-एक अंक पूरा ना हुआ तो आप सड़क पर अकेले मत समझना, सड़क पर ज्योतिराज सिंधिया भी उतरेगा।"
सिंधिया ने आगे कहा कि सरकार को अभी 1 साल हुआ है। शिक्षकों को सब्र रखना पड़ेगा। आपकी बारी आएगी और अगर आपकी बारी न आई तो आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और तलवार भी मैं बनूंगा।