ग्वालियर (मध्यप्रदेश): गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने और परेड की सलामी लेने के बाद मध्य प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी (43) मुख्यमंत्री कमलनाथ का लिखित संदेश नहीं पढ़ सकीं। एक लाइन अटक-अटककर पढ़ने के बाद उन्होंने कलेक्टर से संदेश का वाचन करने के लिए कह दिया । कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है। ग्वालियर के एसएएफ मैदान पर 70वें गणतंत्र दिवस का समारोह आयोजित किया गया था।
इस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज मंत्री इमरती देवी को फहराना था और मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करना था। वीडियो में दिख रहा है कि ध्वज फहराने और परेड की सलामी लेने के बाद मंत्री इमरती देवी मंच से मुख्यमंत्री का संदेश पढ़ना शुरू करती हैं। टूटी-फूटी हिंदी में लाइन पढ़ने की कोशिश करने के बाद वह ग्वालियर के कलेक्टर भरत यादव को पेज दे देती हैं। इसके बाद वह वहां मौजूद लोगों से कहती हैं कि "कलेक्टर साब पढ़ेंगे।"
वीडियो में दिख रहा है कि इसके बाद वह मंच से उतरने लगती हैं। इसी बीच, जिले के पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने उन्हें मंच पर रहने का इशारा किया। इसके बाद वे संदेश का वाचन कर रहे कलेक्टर यादव के पास खड़ी हो जाती हैं। हालांकि, इमरती ने बाद में मीडिया को बताया कि वह पिछले दो दिन से बीमार हैं। इसलिए वह (लिखा हुआ) अपना पूरा भाषण नहीं दे पाईं और कलेक्टर ने इसे पढ़ा।
वर्ष 2018 में मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के लिए इमरती ने जो शपथ पत्र दिया है, उसके अनुसार उन्होंने शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भिंड, मध्यप्रदेश से वर्ष 2009 में ओपन स्कूल से हायर सेकेंडरी पास कर रखी है। उल्लेखनीय है कि इमरती देवी डबरा की विधायक हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से कमलनाथ मंत्रिमंडल में महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। इसके पहले भी जब उन्होंने सरकार में मंत्री बनने की शपथ ली थी तो लिखित शपथ को पढ़ने में परेशानी हुई थी।