भोपाल. मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 5 मंत्री और 10 विधायकों को बेंगलुरू ले जाया गया है। हाल ही में मध्य प्रदेश से कांग्रेस के विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे की खबर आई थी। बसपा और सपा के विधायक आए दिन कांग्रेस को आंख दिखाते रहते हैं। पार्टी के एक अन्य विधायक रविवार शाम को ही बेंगलुरु से लौटे हैं। ऐसे में सीएम कमलनाथ के लिए ये खबर कहीं से भी सही नहीं है।
सूत्र का कहना है कि सिंधिया समर्थक मंत्री और विधायक चाहते हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने के साथ ही प्रदेशाध्यक्ष की भी कमान सौंपी जाए। इसी के मद्देनजर दबाव बनाने की रणनीति के तहत मंत्रियों और विधायकों ने मध्य प्रदेश से बाहर डेरा डाल रखा है। मुख्यमंत्री कमलनाथ रविवार से ही दिल्ली में हैं। उनकी सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात हुई और दोनों के बीच राज्य के ताजा घटनाक्रम पर चर्चा हुई है।
राज्य की रिक्त हो रही तीन राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है और नामांकन भरे जाने की अंतिम तारीख 13 मार्च है। कांग्रेस के खाते में तीन में से दो सीटों के आने की संभावना है। इसी के चलते कांग्रेस में उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन चल रहा है। राज्य से कांग्रेस की ओर से ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह को बड़ा दावेदार माना जा रहा है।