भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा नसबंदी का लक्ष्य पूरा करने के लिए जारी फरमान पर राजनीति शुरू हो गई है। कमलनाथ सरकार के इस फरमान पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि कमलनाथ को इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि संजय गांधी ने भी जबरन नसबंदी कराई थी। शर्मा ने कहा, ‘सभी वर्गों की नसबंदी कराई जाए एक वर्ग के 5 से 10 बच्चे होते हैं दूसरा एक पर टिक गया है। सिर्फ हिंदुओं की नसबंदी न कराई जाए।’
‘ऐसा न हो हिंदू की जबरन नसबंदी कर दें’
शर्मा ने कहा कि कहीं ऐसा ना हो कि पेट दर्द के इलाज के लिए गए हिंदू की भी जबरन नसबंदी कर दी जाए। बीजेपी नेता ने कहा कि कमलनाथ यदि उस जमाने में जी रहे हैं जब संजय गांधी के जमाने में जबरन नसबंदी होती थी तो वह गलत हैं। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ ने कहा है कि यदि टारगेट पूरा नहीं हुआ तो अनिवार्य सेवानृवित्ती दे दी जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कमलनाथ इस दिशा में सोच रहे हैं तो बहुत अच्छा है लेकिन इसमें फिर हिंदुओं और मुसलमानों में भेदभाव नहीं होना चाहिए।
‘यह तो सरकार का रूटीन आदेश है’
वहीं, सरकार के नसबंदी आदेश पर सरकार के प्रवक्ता और जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि यह एक रूटीन आदेश है। उन्होंने कहा कि नसबंदी हर वर्ग के लोग अपना रहे हैं क्योंकि सभी अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी जो भी काम करते हैं पूरी लगन से करते हैं और पब्लिसिटी के लिए नहीं करते। वह इस दिशा में सोचते हैं कि देश के नागरिकों का विकास कैसे हो, बच्चों को रोजगार कैसे मिले और मध्य प्रदेश आगे कैसे बढ़े।