रायपुर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस में (भ्रष्टाचार से) ज्यादा पैसा कमाने की प्रतिस्पर्धा चल रही है। विजयवर्गीय ने सोमवार को यहां स्वामी विवेकानंद विमानतल पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस में इस बात की उठा-पठक चल रही है कि कौन ज्यादा पैसा कमाए। कौन बड़ा चोर है और कौन छोटा चोर है, इसकी प्रतिस्पर्धा चल रही है। इसलिए जिसको मौका मिल रहा है वह समेट रहा है, जिसको मौका नहीं मिला वह चिल्ला रहा है।
भाजपा नेता ने कहा कि जनसेवा का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार पूरी तरीके से हर मोर्चे पर असफल हो गई है। मै समझता हूं कि सरकार की उल्टी गिनती प्रारंभ हो गई है। शिरोमणि अकाली दल द्वारा 1984 के सिख विरोधी दंगे के मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का इस्तीफा मांगे जाने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि जिस 84 के दंगों में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कहा था कि जब कोई बड़ा वृक्ष गिरता है तब धरती हिलती है, तब उनका संकेत था कि कहीं न कहीं इस प्रकार के लोगों को सपोर्ट करना।
उन्होंने कहा कि उस वक्त के युवा नेता में कमलनाथ जी थे, जगदीश टाइटलर थे, सज्जन कुमार थे। इन सबको न्यायालय ने दोषी पाया है। और मैं समझता हूं कि चाहे कोई भी हो अगर न्यायालय ने दोषी पाया है तब उन पर कार्रवाई होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ में भाजपा नेताओं ओर कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बदले की भावना से कार्य कर रही है।
भाजपा नेता ने कहा कि यहां की सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। और ऐसी सरकार की आयु लंबी नहीं होती है। लोकतंत्र में विपक्ष का सम्मान करना चाहिए। जब सरकार सम्मान करना बंद कर देती है तब उसकी उल्टी गिनती शुरू हो जाती है। मैं अपने पुराने मित्र यहां के मुख्यमंत्री को सलाह दूंगा कि यदि वह बदले की भावना से काम करेंगे तब राजनीति की आयु बहुत कम होती है।
जब उनसे पूछा गया कि राज्य में वर्ष 2014 में हुए अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहे मंतुराम पवार ने भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है तब उन्होंने कहा कि यह बदले की भावना से की जा रही है। हम इस कार्रवाई की निंदा करते हैं।