भोपाल: मध्य प्रदेश के देवास में एक कूड़ा बीनने वाले के बेटे आशाराम चौधरी ने AIIMS का एग्जाम पहले ही प्रयास में निकाल कर कमाल कर दिया। उनकी इस सफलता से उनके साथ-साथ घरवाले भी बेहद खुश थे, लेकिन परिवार के पास AIIMS की भारी-भरकम फीस भरने के पैसे नहीं थे। इसी बीच आशाराम के सपनों को पूरा करने के लिए Twitter यूजर्स ने कमर कस ली। चंदर भारद्वाज नाम के एक यूजर ने ट्विटर पर आशाराम की सफलता और उनके हालात के बारे में बताया तो @bhaiyyajispeaks नाम के अकाउंट ने रीट्वीट करते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मेधावी छात्र की मदद करने की अपील की।
एक ट्वीट ने बदल दी जिंदगी
ट्विटर पर आशाराम की सफलता की कहानी जल्द ही वायरल हो गई। इस ट्वीट के कुछ ही घंटों बाद कुछ ऐसा हुआ जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी। शिवराज सिंह चौहान ने खुद इस ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, 'इस ओर ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद। मैंने देवास के कलेक्टर से तुरंत आर्थिक मदद उपलब्ध कराने के लिए कहा है और अब वह आशाराम के संपर्क में हैं। आशाराम मेधावी विद्यार्थी योजना के लिए पात्र हैं और हम उनकी फीस भरेंगे। मैं उससे खुद बात करूंगा और इस सफलता के लिए बधाई दूंगा।'
फीस के साथ घर, शौचालय और बिजली भी मिली
शिवराज ने कुछ ही घंटों बाद एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, 'मुझे पता चला है कि आशाराम के पास पक्का मकान भी नहीं है और उनके पास शौचालय और बिजली की भी सुविधा नहीं है। हम उन्हें कई सरकारी योजनाओं के तहत ये सारी सुविधाएं देने जा रहे हैं। कौन कहता है कि सोशल मीडिया सिर्फ नफरत फैलाता है! यह प्यार भी फैलाता है और लोगों की जिंदगी में खुशियां भी लाता है।'
CM ने ट्वीट की कलेक्टर के साथ आशाराम की तस्वीर
मुख्यमंत्री द्वारा किए गए ट्वीट में देवास के कलेक्टर खुद अपने कार्यालय में आशाराम को आर्थिक मदद का प्रमाणपत्र देते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज द्वारा की गई यह त्वरित कार्रवाई भी ट्विटर पर तुरंत वायरल हो गई और ट्विटर यूजर्स ने उनके इस बर्ताव की काफी प्रशंसा की।