भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ थोड़ी देर में बड़ी घोषणा कर सकते हैं, मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर जो प्रेस वार्ता बुलाई हुई थी उसमें उन्होंने बोलना शुरू कर दिया है और भारतीय जनता पार्टी पर राज्य सरकार के खिलाफ षडयंत्र का आरोप लगाया है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपने आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई हुई थी लेकिन बाद में वह बैठक नहीं की और सीधे प्रेस वार्ता करने के लिए आ गए।
गुरुवार तक कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी से त्यागपत्र दे चुके विधायकों को मनाने का काफी प्रयास किया लेकिन अंतिम प्रयास विफल होने के बाद आज उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है।
गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को फ्लोर टेस्ट करवाने का निर्देश दिया था सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार शाम 5 बजे से पहले फ्लोर टेस्ट का निर्देश दिया हुआ है। लेकिन विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने से पहले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई हुई है।
मध्यप्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं। इनमें से दो विधायकों (एक कांग्रेस एवं एक भाजपा) का निधन हो जाने से वर्तमान में दो सीटें खाली हैं और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा कांग्रेस के छह विधायकों के इस्तीफे स्वीकार किये गये हैं। इस प्रकार अब सदन में कुल 222 सदस्य रह गये हैं। कांग्रेस के 6 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 114 से घटकर 108 रह गयी है, जिनमें वे 16 बागी विधायक भी शामिल हैं जिनके इस्तीफे अभी स्वीकार नहीं किये गये हैं।