इंदौर: मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई में दो महीने पहले बनी कांग्रेस सरकार की स्थिरता पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने रविवार को सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि अगर अगले लोकसभा चुनावों में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दोबारा एनडीए सरकार बनती है, तो इसके दो-तीन महीनों के भीतर प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने आप गिर जाएगी।
लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर यहां भाजपा के सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए सिंह ने कहा, "हमें दिखाई दे रहा है कि मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार टिकाऊ नहीं है। आने वाले लोकसभा चुनावों में मोदी के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनाइए। इसके बाद दो-तीन महीनों में सूबे की यह सरकार (कांग्रेस सरकार) अपने आप गिर जाएगी और यहां फिर भाजपा की सरकार होगी।"
उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों और अन्य तबकों के मतदाताओं से झूठे चुनावी वादे कर कांग्रेस 15 साल बाद सूबे की सत्ता में लौटी है। सिंह ने कहा, "जनता ने राज्य में कांग्रेस को हालांकि पूर्ण बहुमत नहीं दिया है। लेकिन इस पार्टी की लूली-लंगड़ी सरकार परिस्थितिवश बन गई है।"
कार्यक्रम के बाद जब मीडिया ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से अपने बयान को स्पष्ट करने को कहा, तो उन्होंने जवाब दिया, "मेरे कहने का तात्पर्य यह था कि कमलनाथ सरकार इतने अंतर्विरोधों से घिरी है कि लोकसभा चुनावों के बाद यह अपने आप गिर जाएगी। इस सरकार में बड़ी फूट है।"
उधर, सत्तारूढ़ कांग्रेस ने सूबे के प्रमुख विपक्षी दल के आला नेता की बयानबाजी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, "सिंह का बयान दर्शाता है कि चुनावी हार से कुंठित भाजपा हर तरह की जोड़-तोड़ और खरीद-फरोख्त कर हमारी सरकार गिराने की फिराक में है। लेकिन भाजपा अच्छी तरह समझ ले कि वह अपने इन नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो सकेगी, क्योंकि हमारे विधायक उसके झांसे में आने वाले नहीं हैं।"